पंजाब में, पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अपनी तरह का पहला मदर-मिल्क बैंक डॉक्टर बी.आर. अंबेडकर राज्य चिकित्सा संस्थान मोहाली में स्थापित किया गया है।
रोटरी इंटरनेशनल के अध्यक्ष डॉ. गॉर्डन आर. मैक्नली ने संस्थान के निदेशक डॉ. भवनीत भारती के साथ कल इसका उद्घाटन किया।
रोटरी ने इस बैंक को उपकरण और अन्य जरूरी सामान खरीदने के लिए 30 लाख रुपये दिए हैं।
डॉ. मैक्नली ने मेडिकल कॉलेज मोहाली के प्रयासों की सराहना की और इस पहल को मानवता के लिए एक महान सेवा बताया।
क्या है मदर मिल्क बैंक
यह एक नॉन-प्रॉफिट बैंक है जहां नवजात शिशुओं के लिए मां का सुरक्षित दूध स्टोर किया जाता है। इसकी मदद से उन नवजात शिशुओं को मां का दूध उपलब्ध कराया जाता है जिनकी अपनी मां किसी कारणवश स्तनपान करा पाने में असमर्थ हैं।
इस केंद्र में दो तरह की महिलाएं दूध दान करती हैं। पहली स्वेच्छा से और दूसरी वे माताएं जो अपने बच्चों को दूध नहीं पिला सकतीं। जिनके बच्चे दूध नहीं पीते अगर उनका दूध नहीं निकाला जाए तो मां के रोगी होने की आशंका बढ़ जाती है। उनके लिए दूध दान का करना अच्छा विकल्प है। दुनियाभर में कई देशों में यह तकनीक चलाई जा रही है जिनमें ब्राजील, यूरोप, लेटिन अमेरिका स्पेन, पुर्तगाल, नार्थ अमेरिका, भारत और द.अफ्रीका प्रमुख हैं।
मदर मिल्क बैंक में दूध दान करने के लिए इन तकनीक को अपनाया जाता है।
1-दूध दान करने आई मां की पहले एचआईवी/एचबीएसएजी/डब्लूबीआरएल जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट सटीक आने के बाद महिला से लिखित अनुमति ली जाती है।
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