रास्ता रोको आंदोलन के सिलसिले में 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज : मराठा समाज में आक्रोश

रास्ता रोको आंदोलन के सिलसिले में 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज : मराठा समाज में आक्रोश

राजनीतिक षडयंत्र और हड़पसर पुलिस की कार्रवाई

हड़पसर, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
मनोज जरांगे पाटिल के समर्थन में हड़पसर मांजरी फाटा चौक में किए गए रास्ता रोको आंदोलन सिलसिले में करीब 20 लोगों के खिलाफ हड़पसर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। आंदोलन के दिन जहां प्रतिबंधक कार्रवाई की गई, वहीं पुलिस ने दो दिन बाद मामला दर्ज किए जाने पर हैरानी व्यक्त की जा रही है।
हड़पसर पुलिस की ओर से संदीप लहाने पाटिल, महेश टेले पाटिल, बालासाहेब भिसे, अनिल बोटे, कुणाल मोरे, विजय भाडले, रमेश तुपे के साथ 10 से 15 अज्ञातों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

मराठा समुदाय को आरक्षण मिले, इसलिए अंतरवाली सराटी में मनोज जरांगे पाटिल की भूख हड़ताल शुरू थी। जरांगे पाटिल व समन्वयक समिति के आदेश के अनुसार महाराष्ट्र में जगह-जगह पर रास्ता रोको आंदोलन किया गया था, जिसमें पुणे में हड़पसर मांजरी फाटा चौक में कानूनी प्रक्रिया पूरी कर सांकेतिक रास्ता रोको आंदोलन किया गया। प्रदर्शनकारियों को हड़पसर पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया, बाद में नोटिस देकर प्रतिबंधित कार्रवाई के बाद छोड दिया गया।
रोको आंदोलन सिलसिले में हमारे खिलाफ हड़पसर पुलिस में मामला दर्ज किया गया है और यह राजनीतिक साजिश के तहत वरिष्ठों के आदेश के अनुसार यह कार्रवाई की गई है। यह आरोप सकल मराठा समाज के संयोजक संदीप लहाने पाटिल ने लगाया।

मराठा क्रांति मोर्चा के समन्वयक संदीप लहाने पाटिल, महेश टेले पाटिल, बालासाहेब भिसे, अनिल बोटे, कुणाल मोरे, विजय भाडले, रमेश तुपे व उनके साथ दस-पंद्रह लोगों ने मांजरी फाटा चौक में इकट्ठा होकर नारे बाजी कर पुलिस उपायुक्त विशेष शाखा पुणे शहर के कर्फ्यू आदेश का उल्लंघन करने पर महाराष्ट्र पुलिस की धारा 135 के साथ आईपीसी की धारा 143 के तहत शिकायत दर्ज की गई है। यह जानकारी हड़पसर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संतोष पांढरे ने दी है।
हड़पसर पुलिस को पत्र देकर शांति के मार्ग से रास्ता रोको आंदोलन किया गया, तब हम सभी पर प्रतिबंधक कार्रवाई के बावजूद पुलिस ने मामला दर्ज कर दिया है।
हम मनोज जरांगे पाटिल के साथ पूरे समर्थन से खड़े हैं और समाज से न्याय मांगने के लिए चाहे कितने भी मामले दर्ज हों, हम पीछे नहीं हटेंगे। ऐसा संदीप लहाने पाटिल, महेश टेले पाटिल व बालासाहेब भिसे ने बताया।

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