मुला मुठा नदी की सफाई में महानगरपालिका भूमिका स्पष्ट करे : आम आदमी पार्टी की मांग

मुला मुठा नदी की सफाई में महानगरपालिका भूमिका स्पष्ट करे : आम आदमी पार्टी की मांग

पुणे, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
पुणे शहर को पानी की आपूर्ति करनेवाली दो नदियाँ मुला और मुठा प्रदूषण के कारण दूषित हो गई हैं। पुणे जिले से 42 किलोमीटर का सफर करनेवाली इन दो नदियों के प्रदूषित स्तर की ओर पुणे महानगरपालिका और पर्यावरण विभाग अनदेखी कर रहे हैं, यह आरोप आम आदमी पार्टी ने लगाया है।
आम आदमी पार्टी की ओर से आज मुला मुथा नदियों का निरीक्षण करने की योजना बनाई गई थी। पार्टी की ओर से सिद्धेश्वर घाट से नदी तल में उतरकर नदी के पानी के नमूने लिए गए और इन नमूनों को महानगरपालिका आयुक्त, पुणे के पालकमंत्री और महाराष्ट्र के जल संरक्षण मंत्री को डाक के माध्यम से एक सीलबंद बोतल में भेजा जाएगा।


आज आप के कार्यकर्ताओं ने मनपा का दौरा किया तब इस समय पुणे मनपा के सुरक्षाकर्मियों ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को एक घंटे तक इंतजार कराया और कहा कि आयुक्त के व्यस्त होने के कारण उन्होंने मिलने से इनकार कर दिया। नागरिकों के मुद्दों को उठाने के लिए आयुक्त का समय लेकर भी इस तरह का तानाशाही आदेश इस समय आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिया गया, जिसके कारण कार्यकर्ताओं और सुरक्षा अधिकारियों के बीच विवाद हुआ।
पुणे के प्रशासकों को नदी की सफाई से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि नदी तट सुधार परियोजनाओं जैसी अनावश्यक अवधारणाओं को ही नागरिकों पर थोपा जा रहा है, जिससे नागरिकों के हजारों करोड़ रुपये के कर की बर्बादी हो रही है। दरअसल नदी तट सुधार परियोजना से ज्यादा जरूरी नदी सफाई परियोजना थी, जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय संस्था जायका भी सहायता देने को तैयार हो गई थी, लेकिन इतने सालों के बाद भी नदी के प्रदूषण स्तर में कोई सुधार नहीं हुआ है। पुणे महानगरपालिका के प्रशासकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुला और मुठा दोनों नदियों की सफाई की नीति क्या होगी? इस बारे में नागरिकों को सूचित किया जाए। यह मांग आम आदमी पार्टी ने पुणे महानगरपालिका से की।
– सुदर्शन जगदाले
पुणे शहर अध्यक्ष आम आदमी पार्टी

महानगरपालिका आयुक्त हठधर्मिता की नीति अपना रहे हैं। आज हम सिर्फ यही मांग लेकर आए हैं कि अगले सात दिनों में मनपा प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर नागरिकों को नदी सफाई को लेकर अपनी नीति की जानकारी दे, लेकिन महानगरपालिका के दरवाजे पर ताला लगाकर हमें रोका जा रहा है। महानगरपालिका प्रशासन के अधिकारी जनता के सेवक हैं और जनता के सवालों के प्रति जवाबदेह हैं। इस बात का एहसास कराने के लिए आनेवाले गुरुवार को आयुक्त से मुलाकात करने का निर्णय लिया गया है अगर इस बैठक के दौरान आप कार्यकर्ताओं ने यह रुख अपनाया कि नदी सफाई परियोजना को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो भविष्य में आम आदमी पार्टी की ओर से बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।
– सतीश यादव
आम आदमी पार्टी के महासचिव

अगर पुणे महानगरपालिका प्रशासन ने अगले सप्ताह के भीतर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना पक्ष नहीं रखता है तो नदी का पानी टैंकरों में भरकर प्रशासनिक अधिकारियों के आवास पर छोड़ा जाएगा।
– अक्षय शिंदे
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता

आम आदमी पार्टी की ओर से निवेदन देने के लिए शहर अध्यक्ष सुदर्शन जगदाले, महासचिव सतीश यादव, अक्षय शिंदे, मीडिया संयोजक एडवोकेट अमोल काले, अनुसूचित जाति अध्यक्ष प्रशांत कांबले, सचिव अमोल मोरे, सहसचिव किरण कांबले, शंकर थोरात, रिक्षा संघटना उपाध्यक्ष उमेश बागडे, सोशल मीडिया सहसंयोजक बालाजी कंठेकर, संघटन मंत्री कुमार धोंगडे और युवा आघाडी संघटन मंत्री ऋषिकेश मारणे, सुनील भोसले व शुभम बिराजदार के साथ अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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