राजगुरुनगर भूमि घोटाले में एसआईटी नियुक्त करने पर मुख्यमंत्री से चर्चा होगी : राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे
राजगुरुनगर भूमि घोटाले में एसआईटी नियुक्त करने पर मुख्यमंत्री से चर्चा होगी : राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे
मुंबई, अप्रैल (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पुणे जिले के राजगुरुनगर तालुका में किसानों के साथ भूमि माफियाओं द्वारा की गई धोखाधड़ी की शिकायत के संबंध में आज मंत्रालय में राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इस मामले की गंभीरता और व्यापकता को ध्यान में रखते हुए मंत्री बावनकुळे ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से विशेष जांच दल (एसआईटी) नियुक्त करने के संबंध में चर्चा करेंगे।
यह बैठक चेतन राजेंद्र चिखले द्वारा पोपट मारुति घनवट और अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत के संदर्भ में बुलाई गई थी, जिसमें कहा गया कि इन लोगों ने राजगुरुनगर तालुका के किसानों को धोखा दिया है। इस बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया सहित संबंधित किसान उपस्थित थे, जबकि पुणे जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी और अन्य अधिकारी ऑनलाइन उपस्थित थे।
यह जानकारी सामने आई कि पोपट घनवट ने अपने और अपने परिवारजनों के नाम पर पाईट गांव सहित अन्य स्थानों पर कई ज़मीनें खरीदी हैं। उन्होंने स्थानीय किसानों से ज़मीन खरीदने के बाद उन्हीं किसानों के खिलाफ अनेक शिकायतें दर्ज कराई हैं। इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए श्रीमती दमानिया ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठन की मांग की।
मंत्री बावनकुळे ने कहा कि पुणे जिलाधिकारी ने घनवट के नाम दर्ज ज़मीन की जांच की है, लेकिन यह भी देखा गया है कि कुछ ज़मीनें जिलाधिकारी के अधिकार क्षेत्र से बाहर हो सकती हैं। इसलिए यह जानना आवश्यक है कि घनवट के नाम पर राज्यभर में कितनी ज़मीनें हैं, किस प्रकार की (आवासीय, कृषि, औद्योगिक आदि), और उनसे जुड़े आर्थिक लेन-देन कैसे हुए हैं। इस जांच की रूपरेखा तय करने के लिए विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री बावनकुळे ने कहा कि वे इस प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे ताकि एसआईटी नियुक्त की जा सके।
पुणे जिलाधिकारी श्री डूडी ने घनवट के नाम दर्ज जमीनों की अब तक की गई जांच के अनुसार उपलब्ध जानकारी बैठक में प्रस्तुत की।
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