निडर बनें, जागरूक बनें और मतदान करें

निडर बनें, जागरूक बनें और मतदान करें

निडर बनें, जागरूक बनें और मतदान करें

महाराष्ट्र के सुजान मतदाताओं,
जय महाराष्ट्र !
आगामी 20 तारीख को महाराष्ट्र के भविष्य का निर्णय करने वाला ऐतिहासिक दिन उदय होने वाला है। इस अवसर पर मैं, चाँद शेख, एक वरिष्ठ पत्रकार के रूप में आपसे दिल की बात करना चाहता हूं। पिछले चार दशकों में मैं महाराष्ट्र की राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक यात्रा का साक्षी रहा हूं। आज मैं अपने अनुभव से आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें बताना चाहता हूं।
प्रिय मतदाता भाइयों और बहनों, आप में से प्रत्येक के हाथ में मौजूद मतदान का अधिकार लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति है। इस शक्ति का प्रयोग करते समय हमें बेहद सजग रहना आवश्यक है। आपका एक वोट मात्र एक संख्या नहीं है, बल्कि यह अगले पांच वर्षों के महाराष्ट्र का भविष्य तय करने वाला निर्णायक कारक है। इसलिए मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि निडर होकर मतदान करें।
आज चुनाव के समय में कई राजनीतिक दल और उम्मीदवार विभिन्न प्रकार के प्रलोभन दे रहे हैं। कोई पैसे का, कोई शराब का, तो कोई अन्य भौतिक लाभों का। इन सभी प्रलोभनों से दूर रहें। ये प्रलोभन अस्थायी हैं, लेकिन इनका परिणाम अगले पांच वर्षों तक भुगतना पड़ेगा। इसलिए किसी भी दल के प्रलोभन में न आकर, केवल योग्य उम्मीदवार को अपने अमूल्य मत का दान करें।
याद रखें, आपके मत से राज्य का भविष्य तय होगा। यह निर्णय केवल आपका नहीं, बल्कि आपके बच्चों का, आपकी युवा पीढ़ी का, आपके महाराष्ट्र का है। आज आपके सामने एक गंभीर प्रश्न है – आपको कैसा महाराष्ट्र चाहिए? छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस महाराष्ट्र के सपने देखे, जिस स्वराज्य की स्थापना की, उसमें जातिभेद नहीं था। उनके दरबार में सभी धर्मों, सभी जातियों के लोग थे। आज आपको चुनाव करना है – यह प्रगतिशील राज्य जातिवादियों के हाथों में देना है या सभी जाति-धर्म को साथ लेकर राज्य का विकास करना चाहने वालों के हाथों में।
कुछ लोग आपको जाति-जाति में बांटकर देखते हैं। वे “बंटेंगे तो कटेंगे” जैसी भाषा का प्रयोग करते हैं। यह विघटन का, विभाजन का राजकारण है। इसके विपरीत, कुछ लोग विकास की भाषा बोलते हैं, सबको साथ लेकर चलने की बात करते हैं। आपको तय करना है – विकास का नारा देने वाले चाहिए या विभाजन की भाषा करने वाले।
आजकल चुनाव में “लाड़ली बहन” और “लाड़ला भाई” जैसे भावनात्मक आह्वान किए जाते हैं। यह स्पष्ट रूप से एक प्रलोभन है। सच्ची लाड़ली बहन तभी कहलाएगी जब वह सुरक्षित होगी, जब उसका सशक्तिकरण होगा। सच्चा लाड़ला भाई तभी होगा जब प्रत्येक भाई के हाथ में काम होगा, जब वे स्वाभिमान से जी सकेंगे ऐसा माहौल बनेगा। लाड़ली बहन को सुरक्षा चाहिए तो लाड़ले भाई को सम्मान से जीने लायक रोजगार चाहिए। केवल भावनात्मक आह्वान से काम नहीं चलेगा, ठोस कार्यवाही की आवश्यकता है।
महाराष्ट्र को ऐसा नेता चाहिए जो सभी जाति-धर्मों को साथ लेकर चलेगा, विकास के मार्ग पर ले जाएगा, रोजगार का सृजन करेगा, किसानों के हित की रक्षा करेगा, महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी देगा, युवाओं को न्याय देगा और वृद्धों की देखभाल करेगा। इसलिए उम्मीदवार का चयन करते समय उनका इतिहास जांचें, उनकी कार्यक्षमता देखें, उनकी विचारधारा समझें।
इसलिए मैं एक बार फिर आह्वान करता हूं – बहुत सोच-समझकर मतदान करें। अपने मत का महत्व पहचानें। लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लें और एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं। महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए 20 तारीख को मतदान करें, निडर होकर मतदान करें, विचारपूर्वक मतदान करें!
महाराष्ट्र का भविष्य आपके हाथों में है। आज आपके एक निर्णय पर यह तय होगा कि हमारा राज्य कैसा होगा। मतदान केवल एक कर्तव्य नहीं बल्कि आपकी ताकत भी है। इस ताकत का सही प्रयोग करने का यही समय है।
निडर बनें, जागरूक बनें, और मतदान करें। महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए योग्य उम्मीदवार का चयन करें।
जय हिंद! जय महाराष्ट्र !
Chand-Shaikh-209x300 निडर बनें, जागरूक बनें और मतदान करें

श्री चाँद शेख

वरिष्ठ पत्रकार, पुणे

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