पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम देश में पहला दिव्यांग सशक्तिकरण का आदर्श मॉडल : राजेश अग्रवाल
पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम देश में पहला दिव्यांग सशक्तिकरण का आदर्श मॉडल : राजेश अग्रवाल
विकलांग बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए पिंपरी में राष्ट्रीय परिसंवाद
पिंपरी, मई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
‘दिव्यांग भवन की अवधारणा को लागू करनेवाला पिंपरी चिंचवड़ देश का पहला नगर निगम है। प्रत्येक राज्य की नगर पालिकाओं को पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम का दौरा करना चाहिए और ऐसी पहल को लागू करना चाहिए। पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम का दिव्यांग भवन दिव्यांग सशक्तिकरण का देश का पहला आदर्श मॉडल है।’ यह विचार भारत सरकार के सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल ने व्यक्त किये।
पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के दिव्यांग भवन फाउंडेशन की ओर से ग. दि. माडगुलकर नाट्यगृह, आकुर्डी में राष्ट्रीय परिसंवाद का समापन हुआ, इस अवसर पर अग्रवाल बोल रहे थे। उन्होंने दुरदृश्यप्रणाली द्वारा सम्मेलन में भाग लिया। उक्त परिसंवाद में डॉ. शरणजीत कौर (भारतीय पुनर्वास परिषद), पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका आयुक्त तथा प्रशासक शेखर सिंह, अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जांभले पाटिल, दिव्यांग भवन फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक ओमप्रकाश देशमुख, समाज विकास विभाग के सहायक आयुक्त तानाजी नरले, दिव्यांग कक्ष की सहायक आयुक्त निवेदिता घार्गे, चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.लक्ष्मण गोफणे, प्रशासन अधिकारी संगीता बांगर के साथ इस अवसर पर विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि, बालविहार/ आंगनवाड़ी सेविका को प्रशिक्षण देनेवाले प्रशिक्षक/समन्वयक तथा सामाजिक संगठनों के कर्मचारी उपस्थित थे।
परिसंवाद में मार्गदर्शन करते हुए डॉ. शरणजीत कौर ने कहा, ‘मैंने अपने 33 साल के कैरियर में दिव्यांग भवन जैसी पहल कभी नहीं देखी। देश के सभी नगर निगमों को पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम की पहल को ध्यान में रखते हुए ऐसी पहल को लागू करना चाहिए।
आयुक्त शेखर सिंह ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के पंजीकरण के लिए जल्द ही विशेष अभियान ‘शून्य से छह’ शुरू किया जाएगा। इसमें घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाएगा, जिसमें शहर के कम से कम एक लाख दिव्यांग लोगों का पंजीकरण होगा। इस पहल में आंगनवाड़ी सेविकाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। ‘दिव्यांग भवन फाउंडेशन’ एवं अन्य संस्थाओं द्वारा नगर निगम के साथ मिलकर किए गए कार्यों की सराहना की तथा नगर निगम के दिव्यांग भवन को देश का आदर्श मॉडल केंद्र बनाने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि हमारा नगर निगम न केवल नेतृत्व प्रदान कर सकता है, बल्कि देश भर के लोगों के लिए एक आदर्श केंद्र भी बन सकता है।
इस अवसर पर आयुक्त शेखर सिंह के शुभ हाथों ‘उन्नत समावेशी शिक्षा की’ प्रथम संस्था का शीघ्र हस्तक्षेपण व स्कूल की तैयारी के लिए क्रॉस डिसेबिलिटी (विकलांगता) पाठ्यक्रम योजना का विमोचन किया गया।
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