सी.पी. राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पद की शपथ ली
मुंबई, अगस्त (महासंवाद)
महाराष्ट्र के नवनियुक्त राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने राज्यपाल पद की शपथ ली। राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश देवेन्द्र कुमार उपाध्याय ने उन्हें शपथ दिलाई।
राज्यपाल की पत्नी श्रीमती सुमति आर., मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस, अजीत पवार, विधानसभा अध्यक्ष एडवोकेट राहुल नार्वेकर, कैबिनेट सदस्य, मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला, बृहन्मुंबई नगर आयुक्त और प्रशासक भूषण गगरानी, अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्य शिष्टाचार अधिकारी मनीषा म्हैसकर, विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, राज्यपाल श्री राधाकृष्णन के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे।
प्रारंभ में मुख्य सचिव सुजाता सौनिक ने राज्यपाल की नियुक्ति के संबंध में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आदेश पढ़कर सुनाया। शपथ समारोह के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, अजीत पवार ने राज्यपाल को बधाई दी।
महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का संक्षिप्त परिचय
श्री सी. पी. राधाकृष्णन ने 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल पद की शपथ ली। महाराष्ट्र के राज्यपाल नियुक्त होने से पहले वह झारखंड के राज्यपाल थे। राज्यपाल के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में अतिरिक्त प्रभार भी संभाला।
श्री राधाकृष्णन चार दशकों से तमिलनाडु की राजनीति और सार्वजनिक जीवन में एक प्रसिद्ध व्यक्ति रहे हैं। उनका जन्म 4 मई 1957 को तिरुपुर, तमिलनाडु में हुआ था और उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक किया। वह पहली बार 1998 में कोयंबटूर से लोकसभा के लिए चुने गए फिर 1999 में वह दोबारा वहां से लोकसभा के लिए चुने गए।
एक सांसद के रूप में अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने वस्त्रोद्योग संबंधी संसदीय स्थायी समिति की अध्यक्षता की। वह सार्वजनिक उद्यमों (पीएसयू) पर संसदीय समिति और वित्त पर संसदीय सलाहकार समिति के सदस्य भी थे। वह स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली संसदीय विशेष समिति के भी सदस्य थे।
वर्ष 2004 में श्री राधाकृष्णन ने संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। वह ताइवान का दौरा करने वाले पहले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी थे।
वर्ष 2016 में श्री राधाकृष्णन को कोच्चि के क्वायर बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वह चार साल तक इस पद पर रहे। उनके नेतृत्व में देश में कॉयर निर्यात 2532 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
18 फरवरी 2023 को श्री राधाकृष्णन को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। अपने पहले चार महीनों के भीतर उन्होंने झारखंड के सभी 24 जिलों का दौरा किया और नागरिकों और जिला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत की। राज्यपाल के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कुछ समय के लिए तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला।
एक महान एथलीट, राधाकृष्णन टेबल टेनिस में कॉलेज चैंपियन होने के साथ-साथ लंबी दूरी के धावक भी थे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल में रुचि है।
श्री राधाकृष्णन ने अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, हॉलैंड, तुर्की, चीन, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान, थाईलैंड, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और जापान का दौरा किया।
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