मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना : देश के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों की मुफ्त यात्रा, राज्य के सभी धर्मों के वरिष्ठ नागरिकों को लाभ!

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना : देश के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों की मुफ्त यात्रा, राज्य के सभी धर्मों के वरिष्ठ नागरिकों को लाभ!

मुंबई, जुलाई (महासंवाद)
महाराष्ट्र राज्य के सभी धर्मों के 60 साल और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को सरकार ने बड़ी खुशखबरी दी है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में वरिष्ठ नागरिकों को देश के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों की मुफ्त यात्रा कराने के लिए ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ लागू करने की घोषणा की थी। इसके अनुसार उक्त योजना का शासकीय निर्णय सामाजिक न्याय विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। इस योजना में भारत में कुल 73 तीर्थ स्थलों और महाराष्ट्र राज्य में 66 तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है। देश एवं प्रदेश के लगभग सभी महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है।
देश के प्रमुख तीर्थों पर जाकर मानसिक शांति और आध्यात्मिक स्तर प्राप्त करने के लिए राज्य के सभी धर्मों के वरिष्ठ नागरिकों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के माध्यम से भारत के तीर्थ स्थलों की निःशुल्क यात्रा करने का अवसर मिलेगा।

इस योजना के तहत राज्य एवं देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है तथा इस योजना के तहत निर्धारित तीर्थ स्थलों में से किसी एक तीर्थ स्थल के लिए पात्र व्यक्ति को इस योजना का एकमुश्त लाभ मिलेगा तथा यात्रा व्यय की अधिकतम सीमा 30 हजार रुपये प्रति व्यक्ति होगी। इसमें वास्तविक यात्रा, खाना, आवास आदि शामिल रहेगा। लाभार्थी की वार्षिक आय 2 लाख 50 हजार होनी चाहिए। लाभार्थी महाराष्ट्र राज्य का निवासी होना चाहिए तथा साठ वर्ष से अधिक आयु का वरिष्ठ नागरिक होना चाहिए।

उक्त योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करना होगा। योजना के तहत और अधिकृत पर्यटक कंपनियों को बस यात्रा और ट्रेन यात्रा के लिए आईआरसीटीसी के समकक्ष अधिकृत कंपनियों का चयन किया जाएगा। यात्रियों का चयन जिला स्तर पर गठित जिला स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। इसी प्रकार, प्रत्येक जिले के लिए जनसंख्या के आधार पर कोटा तय किया जाएगा और प्राप्त आवेदनों की उपलब्धता के आधार पर यात्रियों का चयन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। 75 वर्ष से अधिक आयु के आवेदक को अपने जीवनसाथी या सहायक में से किसी एक को अपने साथ ले जाने की अनुमति होगी। योजना की निगरानी एवं समीक्षा के लिए राज्य स्तर पर सामाजिक न्याय विभाग के मंत्री की अध्यक्षता में 17 सदस्यों की एक समिति गठित की गई है। इसी प्रकार योजना के कार्यान्वयन के लिए जिला स्तर पर पालकमंत्री की अध्यक्षता में 7 सदस्यों की एक समिति काम करेगी। समाज कल्याण के सहायक आयुक्त सदस्य सचिव होंगे जबकि राज्य स्तर पर समाज कल्याण आयुक्त नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे।

देश में हिंदू धर्म में चारधाम यात्रा, माता वैष्णवो देवी यात्रा, अमरनाथ यात्रा अन्य धर्मों के प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। जहां अधिकांश वरिष्ठ नागरिक अपने जीवन में कम से कम एक बार तीर्थ यात्रा पर जाने का सपना देखते हैं, वहीं एक पवित्र कार्य के रूप में तीर्थ यात्रा पर जाने की उनकी गुप्त इच्छा भी होती है, लेकिन कई वरिष्ठ नागरिक अपनी आर्थिक स्थिति के कारण तीर्थ यात्रा पर जाने का अपना सपना पूरा नहीं कर पाते हैं। इस सपने को पूरा करने के लिए सरकार ने पहल की है। हमें इस बात की संतुष्टि है कि राज्य सरकार प्रदेश के गरीब वंचित समुदाय के सपनों को साकार करने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। निश्चित ही प्रदेश के वरिष्ठजनों का आशीर्वाद सरकार को मिलेगा और इससे सरकार को निश्चित ही ऊर्जा और प्रेरणा मिलेगी।

-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

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