मीडिया और मनोरंजन (एम एंड ई) उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण निर्माण करने पर भारत सरकार का ध्यान

मीडिया और मनोरंजन (एम एंड ई) उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण निर्माण करने पर भारत सरकार का ध्यान

मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र का भारत की सॉफ्ट पावर और अंतरराष्ट्रीय शिष्टाचार में भारत की वृद्धि में प्रमुख योगदानकर्ता

मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में निहित विकास और रोजगार की तीव्रता हमारी अर्थव्यवस्था के लिए गुणक : सूचना एवं प्रसारण सचिव संजय जाजू

फिक्की फ्रेम्स 2024 का मुंबई में उद्घाटन : संवाद और सूचना साझा करने के लिए मीडिया और मनोरंजन उद्योग से प्रतिष्ठित हस्तियों, प्रभावशाली लोगों और नीति निर्माताओं को एक साथ लाना इसका उद्देश्य

मुंबई, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
24वां फिक्की फ्रेम्स कल मुंबई में शुरू हुआ। उद्घाटन सत्र में महाराष्ट्र सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा और सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू, अभिनेत्री रानी मुखर्जी, फिक्की के उपाध्यक्ष अनंत गोयंका, फिक्की मीडिया के और मनोरंजन (एमएंडई) समिति के अध्यक्ष केविन वाज़ और फिक्की के एवीजीसी के अध्यक्ष आशीष कुलकर्णी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
महाराष्ट्र सरकार की ओर से सम्मेलन में भाग लेनेवाले सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए भारत जैसे युवा राष्ट्र के लिए निपुणता और कौशल विकास भविष्य में अत्यंत महत्वपूर्ण होगा ऐसा बोलते हुए मंगल प्रभात लोढ़ा ने कौशल क्षेत्र में उद्योगों को मदद करने की अपील की। माननीय प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करना सभी के सामूहिक योगदान पर निर्भर करता है।


हमारे समाज को आकार देने, हमारे दृष्टिकोण को प्रभावित करने और हमारे सामूहिक प्रयासों को प्रतिबिंबित करने में मीडिया और मनोरंजन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका भारत सरकार ने ध्यान में ली है। इस अवसर पर यह विचार एक विशेष संबोधन में सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने व्यक्त किए।
यह उद्योग अपनी रचनात्मकता, नवीनता और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए जाना जाता है और न केवल हमारे देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए एक प्रतीक के रूप में कार्य करता है। यह क्षेत्र भारतीय जीवन के विविध पहलुओं से गहराई से जुड़ा हुआ है और यह हमारे जैसे विविध देश के लिए सीमाओं के पार विविधता में एकता को बढ़ावा देता है।

एम एंड ई एक अनोखा विभाग है, जिसमें विकास और रोजगार की तीव्रता अंतर्निहित है, उसी समय इस क्षेत्र में आ रही समस्याओं की दृष्टि से यह एक उभरता हुआ क्षेत्र है। यह क्षेत्र हमारी अर्थव्यवस्था के गुणक के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र ऑनलाइन मीडिया सामग्री की उपलब्धता के साथ तेजी से बदलाव का अनुभव कर रहा है।
सूचना एवं प्रसारण सचिव ने बताया कि भारत वर्तमान में डिजिटल परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, ऑनलाइन मीडिया सामग्री की उपलब्धता के कारण मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र भी तेजी से बदलाव के दौर से गुजर रहा है। किफायती स्मार्टफोन और देश के कोने-कोने से प्राप्त होनेवाली सूचनाओं की आधारित इंटरनेट सामग्री उपलब्ध हो रही है। डिजिटल बुनियादी ढांचे के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि भारत में 90 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता, 60 करोड़ से अधिक स्मार्टफोन और 4 करोड़ से अधिक कनेक्टेड टीवी हैं।


मीडिया और मनोरंजन (एम एंड ई) क्षेत्र भारत की सॉफ्ट पावर में एक प्रमुख योगदानकर्ता है। फिक्की-अर्नेस्ट और यंग रिपोर्ट की रिपोर्ट के पिछले साल की रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के एम एंड ई क्षेत्र का दायरा लगभग 2 लाख करोड़ रुपये है, यह बताते हुए सूचना एवं प्रसारण (आई एंड बी) सचिव ने कहा कि देश के डिजिटल मीडिया विभाग में साल-दर-साल 30% की भारी वृद्धि देखी गई है। ओटीटी विभाग की वृद्धि ने इस क्षेत्र में वास्तविक बदलाव लाया है। इस समय देश में करीब 60 के आस-पास ओटीटी प्लेटफॉर्म काम कर रहे हैं और इनमें से कई क्षेत्रीय भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित कर रहे हैं। भारत में ओटीटी विभाग का मौजूदा कारोबार 10 हजार करोड़ रुपये है। हमारे देश में कार्यक्रमों में वृद्धि के कारण यह क्षेत्र विदेशी निवेश को भी आकर्षित कर रहा है। दुनिया के कई देशों में भारत ओटीटी कार्यक्रमों के लिए प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बाजार के रूप में उभर रहा है। यह जानकारी आई एंड बी सचिव ने दी। उन्होंने कहा, ये सभी आंकड़े यही दर्शा रहे हैं कि एम एंड ई सेक्टर भारत की सॉफ्ट पावर और कई देशों के बीच भारत के उत्थान में एक प्रमुख योगदानकर्ता है।


एम एंड ई क्षेत्र के लिए सरकारी नियोजित नीतियां और गतिविधियां
जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, भारत सरकार इन उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एक सक्षम वातावरण बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
आई एंड बी) सचिव संजय जाजू ने आगे कहा कि मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार, साथ ही राज्य सरकार ने सिनेमैटोग्राफ अधिनियम में संशोधन, सूचना प्रौद्योगिकी मध्यस्थ पर दिशानिर्देश, डिजिटल मीडिया के लिए आचारसंहिता (नियम), डीटीएच सेक्टर में केबल कारोबार के लिए वृद्धि एफडीआई सीमा जैसी कई अन्य पहल की हैं। टेलीविजन प्रसारण क्षेत्र में अपलिंकिंग और डाउनलाइनिंग दिशानिर्देश तत्वों की तरह जैसे कई सुधार किए गए हैं और व्यवसाय करने के साथ ही अनुपालन में आसानी सुनिश्चित की गई है।

अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने कहा कि फिक्की फ्रेम्स 2024 ने लगातार बदलते मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए एक कार्यक्रम तय है। वैश्विक महामारी ने हमें दर्शकों से जुड़ने के कुछ नए तरीकों को अपनाने, शोध करने और फिर से कल्पना करने के लिए मजबूर किया है। जैसे-जैसे उपभोक्ता की प्राथमिकताएं विकसित हो रही हैं, अद्वितीय और नवोन्वेषी कार्यक्रम पेश करने की मांग बढ़ रही है।

कार्यक्रम के दौरान रीइन्वेंट-इंडियाज मेडिया एंड एंटरटेनमेंट सेक्टर इज इनोवेटिंग फॉर द फ्युचर फिक्की-ईवाई की रिपोर्ट जारी की गई।
पिछले वर्षों की तरह फिक्की फ्रेम्स 2024 तीन दिवसीय कार्यक्रम एम एंड ई उद्योग के प्रमुख हस्तियों, प्रभावशाली लोगों और नीति निर्माताओं सहित क्षेत्र के हितधारकों के बीच बातचीत और विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इस सम्मेलन के लिए देश के साथ-साथ विदेशों में एम एंड ई उद्योगों का प्रतिनिधित्व करने वाले 400,000 से अधिक व्यावसायी एकत्र हुए हैं।

Spread the love
Previous post

मंत्री चंद्रकांत पाटिल की उपस्थिति में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्था मुंबई के बीच सामंजस्य करार

Next post

सी-डॉट और भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला ने फ्री स्पेस क्यूकेडी प्रणाली के साथ स्वदेशी फाइबर आधारित क्वांटम कुंजी वितरण प्रणाली के एकीकरण को प्रदर्शित किया

Post Comment