बच्चूसिंह टाक की सतर्कता व पुलिस की मदद से लापता दस वर्षीय बालिका को सकुशल उसके माता-पिता को सौंपा

बच्चूसिंह टाक की सतर्कता व पुलिस की मदद से लापता दस वर्षीय बालिका को सकुशल उसके माता-पिता को सौंपा

हड़पसर, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
शहीद भगतसिंह जीवनरक्षक फाउंडेशन के अध्यक्ष बच्चूसिंह टाक की सतर्कता से खोई हुई दस वर्षीय बच्ची को पुलिस की मदद से सकुशल उसके माता-पिता को सौंप दिया गया। उक्त लड़की सड़क पर अकेले रोती हुई जा रही थी, नागरिकों से मदद की उम्मीद की, लेकिन नागरिक सिर्फ देखने में ही मशगूल थे, लेकिन समाजसेवक बच्चूसिंह टाक की बदौलत मां-बेटी का मिलन हो गया।

एक 10 वर्षीय नाबालिग लड़की अपने राजस्थानी माता-पिता के साथ हड़पसर रेलवे स्टेशन से लापता हो गई और उक्त लड़की लगभग सात से आठ घंटे तक भटकती रही और आगे हड़पसर गाड़ीतल तक आगे पैदल चलती आयी, यहां माता-पिता और अन्य बहन उसे ढूंढ रहे थे।

लापता लड़की मोबाइल नंबर भी नहीं बता पा रही थी। जब उक्त अकेली लड़की के पास नागरिकों ने पूछताछ की तो उसे ठीक से कुछ बताया भी नहीं जा रहा था। गाड़ीतल पर हुई नागरिकों की भीड़ को देखकर वहां से गुजर रहे शहीद भगतसिंह जीवनरक्षक फाउंडेशन के जीवरक्षक बच्चूसिंह गुरमुखसिंह टाक ने जब उक्त लापता लड़की से हिंदी में पूछताछ की गई तो वह अहमदाबाद की पाई गई। उसने कहा कि वह हड़पसर रेलवे स्टेशन पर अपने माता-पिता के साथ रहने के दौरान लापता हो गई थी। इसके बाद बच्चूसिंग टाक ने लापता दस साल की बच्ची को अकेले नजरअंदाज न करते हुए उसे पहले नाश्ता कराया और लापता बच्ची के बारे में जानकारी देने के लिए उसे हड़पसर पुलिस स्टेशन में लेकर गए। पुलिस ने भी दस साल की नाबालिग लड़की के मामले को संज्ञान में लिया और थाने में उसे दर्ज कर लिया।

ऐसे समय में बच्चूसिंह टाक ने पहल की और महिला पुलिस के साथ रेलवे स्टेशन क्षेत्र में बच्ची के माता-पिता की तलाश की। आख़िरकार लापता बच्ची के माता-पिता को हड़पसर रेलवे स्टेशन पर रोते हुए देखा गया, उनसे पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उक्त लापता लड़की हमारी है। हड़पसर पुलिस ने उक्त लापता लड़की के माता-पिता को हड़पसर पुलिस स्टेशन में बुलाया और उनका बयान लेकर लड़की को सुरक्षित रूप से उन्हें सौंप दिया। हड़पसर पुलिस ठाणे के मनोज सकट ने शहीद भगतसिंह जीवन रक्षक फाउंडेशन के अध्यक्ष बच्चूसिंह टाक और आजादसिंह टाक का धन्यवाद किया।

दस साल की बच्ची को हड़पसर गाड़ीतल पर रोते हुए देखा गया, तो मैंने उक्त लड़की से पूछा तो उसने बताया कि वह अहमदाबाद से रेलवे स्टेशन आई है। हड़पसर या पुणे रेलवे स्टेशन यह समझ में नहीं आ रहा था, इसलिए, पुलिस की मदद से उसके माता-पिता को ढूंढते हुए उसके माता-पिता की तलाश में वे हड़पसर रेलवे स्टेशन पर पाए गए। हड़पसर पुलिस की मौजूदगी में लड़की को उसकी मां को सौंप दिया गया। लड़की को अकेले देखकर कुछ भी अनहोनी हो सकती थी, इसलिए मैंने सारा काम छोड़ दिया और उक्त लड़की को लेकर थाने पहुंचा और उसके माता-पिता की तलाश की। खोई हुई बेटी के दोबारा मिलने पर मां के चेहरे पर खुशी बेहद ज्यादा थी, मैं इससे संतुष्ट हूं।

– श्री बच्चूसिंह टाक
(अध्यक्ष : शहीद भगतसिंह जीवनरक्षक फाउंडेशन)

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