विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान के क्षेत्र में भी मेहनती रहना चाहिए : डॉ पराग कालकर

विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान के क्षेत्र में भी मेहनती रहना चाहिए : डॉ पराग कालकर

ट्रिनिटी पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में वार्षिक स्नेहसम्मेलन के अवसर पर ग्रेविटी 2024 तकनीकी कार्यक्रम का किया गया आयोजन

कोंढवा, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
छात्रों को शैक्षणिक अध्ययन के साथ-साथ अनुसंधान के क्षेत्र में भी मेहनती रहना चाहिए और शैक्षणिक मामलों को ध्यान में रखते हुए नई तकनीकों और क्षेत्रों में उड़ान भरनी चाहिए। यह विचार डॉ. पराग कालकर ने व्यक्त किए।

प्रौद्योगिकी में तेजी से हो रहे बदलावों को संबोधित करने और उपग्रह प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ड्रोन प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक वाहन जैसी नई प्रौद्योगिकियों द्वारा निर्मित नए क्षेत्रों में कैरियर के अवसरों को चुनने के लिए छात्रों के लिए गत 20 फरवरी को ग्रेविटी 2024 तकनीकी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम के लिए अध्यक्ष के रूप में सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ के उप कुलगुरु डॉ. पराग कालकर और डीआरडीओ संस्था के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री अलोक कन्हाई प्रमुख रूप से उपस्थित थे, तब उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ. पराग कालकर बोल रहे थे।

इन तकनीकी कार्यक्रमों में तकनीकी पेपर प्रस्तुति एवं सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस उद्देश्य के लिए परिसर के जेएसपीएम वाघोली, नवसह्याद्री पॉलिटेक्निक, शरदचंद्र पवार पॉलिटेक्निक, ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक कॉलेज से 82 छात्रों ने भाग लिया।
उक्त कार्यक्रम का नियोजन ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे के मार्गदर्शन में टेक्निकल समन्वयक विद्युत विभागप्रमुख स्मिता जगताप और विद्यार्थी समन्वयक मजर बागवान ने किया।

तकनीकी पेपर प्रेजेंटेशन में जेएसपीएम वाघोली के साहिल पवार और अभिषेक कुमार को पहला स्थान, ट्रिनिटी की कुलसुम काजी और साक्षी गोरड को दूसरा स्थान, सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक के दुर्वांकुर येवले और यशराज लांडे को पहला स्थान, याह्या लहवारे और रिहान तंबोली को दूसरा स्थान मिला। विजेताओं को नकद पुरस्कार, ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम के लिए ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे , के.जे. इन्स्टीट्यूशन के संस्थापक अध्यक्ष कल्याणराव जाधव और संकुल संचालक समीर कल्ला का बहुमूल्य मार्गदर्शन मिला।

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