प्रोजेक्ट सुकून- सुकून की एक सुरमई शाम

प्रोजेक्ट सुकून- सुकून की एक सुरमई शाम

पुणे, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
होली की पूर्व संध्या पर, मुंबई शहर की भाग-दौड़ और आपा-धापी के बीच लोगों को ‘प्रोजेक्ट सुकून’ के साथ कुछ सुकून के पल मिले। एन.सी.पी.ए. एक्सपेरिमेंटल थिएटर में शहर के प्रसिद्ध कलाकार द्वय आभास जोशी -श्रेयस जोशी की इस नई प्रस्तुति में सूफी गायन और वादन का जादू श्रोताओं पर पूर्णतया छाया था।
एक ओर जहाँ आभास का खुसरो बाजी प्रेम की, खेलूँ पी के संग, जीत गयी तो पिया मोरे, हारी पी के संग में शानदार गायन था तो दूसरी ओर बांसुरी, गिटार, सिंथेसाइज़र सभी वाद्यों में निपुण श्रेयस थे। दोनों की जबरदस्त जुगलबंदी ने महफिल को चरम पर पहुंचाया।


कार्यक्रम में दोनों युवा कलाकारों ने मोहम्मद रफ़ी साहब, उस्ताद रशीद खान, जगजीत सिंह जैसे दिग्गज गायकों को श्रद्धांजलि देते हुए मीरा बाई, कबीर, अमीर खुसरो के सूफी भक्ति गीतों को शास्त्रीय संगीत से संवार कर नए ढंग से पेश किया, जिसमें उनकी प्रतिभा और कला-कौशल का जौहर बखूबी देखने को मिला, जिसे श्रोताओं ने बहुत सराहा। पूरे कार्यक्रम के दौरान गायक और श्रोताओं के बीच गहरा जुड़ाव देखने को मिला और यही इसकी सफलता थी।

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