छत पर सोलर सिस्टम लगवाएं, मुफ्त बिजली पाएं : बिजली उपभोक्ताओं से सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए महावितरण द्वारा अपील

छत पर सोलर सिस्टम लगवाएं, मुफ्त बिजली पाएं : बिजली उपभोक्ताओं से सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए महावितरण द्वारा अपील

पुणे, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
घर की छत पर रूफ टॉप सोलर सिस्टम लगवाकर 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली पाने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में 78 हजार रुपये तक सब्सिडी मिल रही है। महावितरण के पुणे सर्कल के मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार ने बिजली उपभोक्ताओं से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की है।

मुख्य अभियंता श्री पवार ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने की इस योजना को तत्काल लागू करने का सुझाव उप मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री श्री देवेन्द्र फड़णवीस ने महावितरण को दिया है। रूफ टॉप सोलर सिस्टम के लिए बिजली उपभोक्ता को केंद्र सरकार से एक किलोवाट के लिए 30 हजार रुपये, दो किलोवाट के लिए साठ हजार रुपये और तीन किलोवाट के लिए 78 हजार रुपये की सीधी सब्सिडी मिलती है। बिजली उपभोक्ताओं द्वारा स्थापित रूफ टॉप सोलर सिस्टम की क्षमता चाहे जो भी हो, प्रति उपभोक्ता अधिकतम कुल सब्सिडी 78 हजार रुपये निर्धारित है।

महावितरण महाराष्ट्र में बिजली उपभोक्ताओं को छत पर सौर प्रणाली स्थापित करने में मदद करता है। ग्राहकों को राष्ट्रीय पोर्टल  https://pmsuryaghar.gov.in/पर ऑनलाइन पंजीकरण करना आवश्यक है। इसके लिए पीएम सूर्यघर नाम से एक मोबाइल ऐप भी उपलब्ध है। यह योजना देशभर में एक करोड़ घरों के लिए शुरू की गई है। बिजली ग्राहकों से योजना का जल्द से जल्द लाभ लेने की अपील मुख्य अभियंता श्री राजेंद्र पवार ने की है।

एक किलोवाट क्षमता का रूफ टॉप सोलर सिस्टम प्रतिदिन लगभग चार यूनिट या प्रति माह लगभग 120 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है। दो किलोवाट तक की क्षमता वाला रूफ टॉप सोलर सिस्टम प्रति माह 150 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले परिवार के लिए पर्याप्त है। प्रति माह 150 से 300 यूनिट बिजली की खपत करने वाले परिवार के लिए 2 से 3 किलोवाट क्षमता की प्रणाली पर्याप्त है।

योजना यह है कि सौर ऊर्जा का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करने के लिए घर की छत पर रूफ टॉप सौर ऊर्जा उत्पादन संयंत्र स्थापित किया जाए और उस बिजली का उपयोग घर में बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया जाए। इसमें आवश्यकता से अधिक बिजली पैदा करने पर बिजली बिल शून्य आता है, यानी बिजली मुफ्त प्रदान की जाती है और अतिरिक्त बिजली महावितरण को बेचकर आय अर्जित की जाती है।
यह जानकारी पुणे महावितरण कंपनी के उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री निशिकांत राऊत द्वारा दी गई है।

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