उपाययोजना के बीच लगातार सटीक बिजली बिलों के प्रतिशत में वृद्धि; मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में और सुधार किए जाएं : मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार

उपाययोजना के बीच लगातार सटीक बिजली बिलों के प्रतिशत में वृद्धि; मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में और सुधार किए जाएं : मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार

पुणे, अप्रैल (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पिछले वित्तीय वर्ष में, द्विमासिक समीक्षा और उपायों के साथ पुणे सर्कल में सटीक बिजली बिलों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। वर्तमान में 95.43 प्रतिशत बिजली उपभोक्ताओं को सही बिल दिया जा रहा है, इसमें पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों में सटीक बिलिंग दर 97 फीसदी से ज्यादा है। सटीक बिलिंग को और बेहतर बनाने के लिए मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्रों में शाखा कार्यालयवार कार्ययोजना तैयार कर स्थानीय उपाय किये जायें। यह निर्देश मुख्य अभियंता श्री राजेंद्र पवार ने दिए हैं।

सोमवार (29 तारीख) को रास्तापेठ के ‘प्रकाशदूत’ हॉल में मीटर रीडिंग और फोटो मीटर रीडिंग की बिलिंग के संबंध में द्विमासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी तब मुख्य अभियंता श्री पवार बोल रहे थे। इस समय अधीक्षण अभियंता श्री अरविन्द बुलबुले, श्री युवराज जराग, श्री संजीव राठौड़, सहायक महाप्रबंधक (वित्त) सुश्री माधुरी राउत के साथ सभी 77 मीटर रीडिंग एजेंसियों के निदेशक, प्रबंधक सहित सभी विभागों के कार्यकारी अभियंता, वित्त एवं लेखा पदाधिकारी उपस्थित थे।


100 प्रतिशत सटीक बिलिंग के लक्ष्य के साथ पुणे सर्कल में विभिन्न उपाय चल रहे हैं, इसलिए मार्च 2024 के अंत में सटीक बिलिंग की दर 95.43 प्रतिशत हो गई है। पिछले वर्ष की तुलना में औसत बिजली बिल में 1.16 प्रतिशत की कमी आई है और अस्पष्ट मीटर रीडिंग के अनुपात में 1.36 प्रतिशत की कमी आई है। बिजली मीटर की सटीक रीडिंग के लिए पुणे परिमंडल द्वारा दैनिक पर्यवेक्षण किया जा रहा है। उपविभाग कार्यालयों द्वारा प्रत्येक माह मीटर रीडिंग के फोटो का शत-प्रतिशत सत्यापन किया जा रहा है। इसके साथ ही बिलिंग में निरंतर सुधार एवं विभिन्न उपायों के क्रियान्वयन हेतु मण्डल स्तर पर द्विमासिक समीक्षा भी की जा रही है।

मुख्य अभियंता श्री पवार ने कहा कि सटीक मीटर रीडिंग बिलिंग की आत्मा है। हालाँकि यह संतुष्टिदायक है कि सटीक बिलिंग में सुधार हो रहा है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय उपायों में तेजी लाई जानी चाहिए। इसके लिए संबंधित विभागों एवं उपविभाग कार्यालयों की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है। ग्रामीण क्षेत्रों में सटीक बिलिंग में पिछले वर्ष की तुलना में 2.78 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। औसत बिजली बिल में भी 3.20 फीसदी की कमी आयी है। हालाँकि, शाखा कार्यालय स्तर पर और सुधार के लिए कार्य योजना तैयार कर और उपाय किए जाने चाहिए। गलत बिजली बिल के कारण उपभोक्ताओं को होने वाली अनावश्यक क्षति एवं महावितरण को राजस्व की हानि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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