दिव्यांगजनों को मतदान करने हेतु ‘सक्षम’ ऐप के माध्यम से सुविधा

दिव्यांगजनों को मतदान करने हेतु ‘सक्षम’ ऐप के माध्यम से सुविधा

पुणे, मार्च (जिमाका)
लोकसभा आम चुनाव 2024 के अनुरूप भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग व्यक्तियों और 85 वर्ष की आयु पूरी कर चुके बुजुर्गों को मतदान प्रक्रिया आसान करने के लिए शुरू किए गए ‘सक्षम’ ऐप के माध्यम से अधिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

यह ‘सक्षम’ ऐप विकलांग मतदाताओं को विकलांग के रूप में पंजीकृत करने, नए मतदाताओं को पंजीकृत करने, वोट एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने, मतदान केंद्र में बदलाव और व्हीलचेयर के लिए अनुरोध करने, मतदाता सूची में नाम खोजने, मतदान केंद्र जानने, शिकायत दर्ज करने, मतदान अधिकारी ढूंढने, बूथ लोकेटर स्थिति जांच आदि सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।

‘सक्षम’ ऐप पर नेत्रहीन, कम दृष्टि, बहरापन, श्रवण हानि, शारीरिक विकलांगता, मानसिक बीमारी (मनोसामाजिक विकलांगता), कुष्ठ रोग, बौद्धिक विकलांगता, सेरेब्रल पाल्सी, बौनापन, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, एसिड अटैक पीड़ित, भाषण व भाषा विकलांगता, विशिष्ट सीखने की विकलांगता, ऑटिज़्म, स्पेक्ट्रम विकार, मल्टीपल स्केलेरोसिस और पार्किंसंस रोग सहित क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल विकार, हीमोफिलिया, थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया सहित रक्त विकार और कई विकलांगतावाले व्यक्ति नामांकन कर सकते हैं।

विकलांग व्यक्तियों के लिए सभी स्थानों पर मतदान केंद्र भूतल पर होंगे। वहां पीने का पानी, प्रतीक्षा शेड, मेडिकल किट, सुलभ शौचालय, मतदान केंद्र पर पर्याप्त बिजली की रोशनी, केंद्र पर रैंप और व्हीलचेयर की सुविधा, विकलांगों, वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्राथमिकता प्रवेश सुविधा, अलग कतार की सुविधा, मानक संकेत और साइन बोर्ड मतदान के दिन मतदान केंद्र तक लेकर लाने और घर पर छोड़ने के लिए निःशुल्क परिवहन सुविधा, स्वयंसेवक सहायता उपलब्ध होगी। नेत्रहीन और शारीरिक रूप से विकलांग मतदाताओं के वोट दर्ज करने के लिए ईवीएम पर ब्रेल लिपि व सहायक की सुविधा उपलब्ध है।

वरिष्ठ नागरिकों (जो 85 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं) और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगतावाले व्यक्तियों के लिए घर से मतदान की सुविधा प्रदान की जाएगी। बुजुर्ग और दिव्यांग यदि मतदान केंद्र पर आकर अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहते हैं तो उन्हें आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। विपरीत परिस्थितियों में भी मतदान केंद्र पर आकर मतदान करनेवाले बुजुर्ग मतदाता नई पीढ़ी के लिए प्रेरक हैं, उन्हें सम्मानित किया जाएगा क्योंकि वे समाज में सच्चे रोल मॉडल हैं। यह जानकारी जिलाधिकारी तथा जिला चुनाव अधिकारी डॉ. सुहास दिवसे द्वारा दी गई है।

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