कैराली चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा डॉ. श्रीलेखा राजेश विशेष रूप से सम्मानित

कैराली चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा डॉ. श्रीलेखा राजेश विशेष रूप से सम्मानित

हड़पसर, मई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
कैराली चैरिटेबल फाउंडेशन, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन महाराष्ट्र और मलयाली फेडरेशन की ओर से इतिहास में पहली बार नर्सिंग संकाय के डीन के रूप में सभी जिम्मेदारियों को पूरा करनेवाली डॉ. श्रीलेखा राजेश को कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर (सेवानिवृत्त), वाइस चांसलर डॉ. मिलिंद निकुंभ और रजिस्ट्रार डॉ. राजेंद्र बंगाल, एमयूएचएस, नासिक द्वारा विशेष रूप से संगठन की ओर से सम्मानित किया गया है। यह जानकारी अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार और अपराध नियंत्रण संगठन के महाराष्ट्र अध्यक्ष, कैराली फाउंडेशन के अध्यक्ष, पुणे मलयाली फेडरेशन के उपाध्यक्ष एम.वी.परमेश्वरन द्वारा दी गई है।

एम.वी.परमेश्वरन ने आगे बताया कि डॉ. श्रीलेखा राजेश को बधाई देते हुए बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं, जो कोट्टाराक्कारा की मूल निवासी हैं और अब पुणे में बस गई हैं। वह जीएसटी सीमा शुल्क अधीक्षक श्री राजेश सुरेंद्रन की पत्नी हैं। यह सभी पुणेकरों के लिए जानना गर्व की बात है कि डॉ. श्रीलेखा राजेश को नासिक में महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (एमयूएचएस) में नर्सिंग संकाय की पहली डीन (एड हॉक) के रूप में नियुक्त किया गया। एमयूएचएस की स्थापना 1998 में हुई थी और 200 से अधिक नर्सिंग कॉलेज एमयूएचएस से संबद्ध हैं।

उन्होंने कोविड-19 विश्व महामारी के चुनौतीपूर्ण दिनों के दौरान जरूरतमंदों की मदद करने में अहम योगदान दिया था। हम इस उत्साही पीएचडी नर्स शिक्षाविद द्वारा जारी कार्यों की सराहना करते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं क्योंकि उन्होंने महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार नर्सिंग संकाय के डीन के रूप में सभी जिम्मेदारियों को बखूबी संभाला है।

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