लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 7 चरणों में होंगे : मतगणना 4 जून को होगी; आदर्श आचार संहिता लागू

लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 7 चरणों में होंगे : मतगणना 4 जून को होगी; आदर्श आचार संहिता लागू

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार द्वारा जानकारी

नई दिल्ली, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
लोकसभा चुनाव अगले महीने की 19 तारीख से सात चरणों में होंगे। मतगणना 4 जून को होगी। चुनाव आयोग ने आज आम चुनाव 2024 के साथ-साथ चार राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा जबकि दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 89 सीटों पर मतदान होगा। तीसरे चरण का मतदान 7 मई को 94 सीटों पर होगा जबकि चौथे चरण का मतदान 13 मई को 96 सीटों पर होगा। पांचवें चरण में 49 संसदीय सीटों पर 20 मई को और छठे चरण में 57 सीटों पर 25 मई को मतदान होगा। आखिरी और सातवें चरण का मतदान 1 जून को 57 लोकसभा सीटों के लिए होगा। नई दिल्ली में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि गुजरात, तमिलनाडु, पंजाब, तेलंगाना, केरल, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, मेघालय और नागालैंड सहित 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक ही चरण में मतदान होगा। कर्नाटक, राजस्थान, मणिपुर और त्रिपुरा में दो चरणों में जबकि छत्तीसगढ़ और असम में तीन चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। मध्य प्रदेश और झारखंड में चार चरणों में और महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में मतदान होगा। उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में सात चरणों में मतदान कराया जाएगा।

चुनाव आयोग ने सिक्किम, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव कार्यक्रम की भी घोषणा की। 32 सदस्यीय सिक्किम विधानसभा और 60 सदस्यीय अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के लिए 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के साथ एक ही चरण में मतदान होगा। इसी तरह, 175 सदस्यीय आंध्र प्रदेश विधानसभा के लिए चुनाव 13 मई को एक ही चरण में होगा और 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा के लिए मतदान लोकसभा के साथ 13, 20, 25 मई और 1 जून को चार चरणों में चुनाव होगा।

चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ईसीआई टीम भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहार के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि देश में 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं और 1.5 करोड़ कर्मियों द्वारा संचालित 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र हैं। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में 1.82 करोड़ पहली बार मतदाता होंगे। श्री कुमार ने इस बात पर प्रकाश डाला कि आयोग 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए घर से वोट की सुविधा देने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक दलों को यह बताना होगा कि उन्होंने गंभीर आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों को चुनाव में क्यों उतारा है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवीपैट उपलब्ध कराए गए हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं कि मतदान सुचारू रूप से हों।

सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में चुनौतीपूर्ण चुनौतियां हैं- बाहुबल, पैसा, गलत सूचना और एमसीसी उल्लंघन। उन्होंने जोर देकर कहा कि ईसीआई ने इन विघटनकारी चुनौतियों से निपटने के लिए उपाय किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बाहुबल के इस्तेमाल को रोकने के लिए मतदान के दिन ड्रोन आधारित जांच की जाएगी। उन्होंने रेखांकित किया कि चुनाव में खून-खराबे और हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और अगर मतदान के दौरान कहीं भी हिंसा होती है तो आयोग सख्त होगा। श्री कुमार ने कहा कि प्रवर्तन एजेंसियों को शराब, नकदी, मुफ्त और नशीली दवाओं के प्रवाह और वितरण को रोकने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि आयोग ने एजेंसियों से ऑनलाइन नकद हस्तांतरण पर कड़ी निगरानी रखने को भी कहा है। सीईसी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि टिकाऊ चुनावों के लिए चुनाव मशीनरी, अपशिष्ट प्रबंधन, न्यूनतम कागज के उपयोग और कार्बन पदचिह्न को कम करने पर पार्टियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए 2100 पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे।

मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल इस साल 16 जून को खत्म हो रहा है। देश में 543 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से 84 संसदीय क्षेत्र अनुसूचित जाति और 47 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। लोकसभा चुनाव के साथ बिहार, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा की 26 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव भी होंगे।

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