सरकार ने एक करोड़ घरों में छत पर सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करने के लिए पीएम-सूर्य घर- मुफ्त बिजली योजना को मंजूरी दी

सरकार ने एक करोड़ घरों में छत पर सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करने के लिए पीएम-सूर्य घर- मुफ्त बिजली योजना को मंजूरी दी

केन्‍द्रीय मंत्रिमण्‍डल ने एक करोड़ घरों की छत पर सौर ऊर्जा पैनल स्थापित करने के लिए पीएम-सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना को स्‍वीकृति दे दी है। इस पर 75 हजार 21 करोड़ रुपये व्‍यय होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 13 फरवरी को इस योजना की शुरुआत की थी।

सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने नई दिल्ली में बताया कि इस योजना से एक करोड़ घरों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। इससे उपभोक्‍ता 15 हजार रुपये की आय अर्जित कर सकेंगे। इस योजना से परिवार बिजली का बिल कम करने के साथ-साथ बिना उपयोग की गई बिजली की बिक्री से अतिरिक्‍त आय अर्जित कर सकेंगे। प्रस्तावित योजना के परिणामस्वरूप आवासीय क्षेत्र में छत पर सोलर पैनल से 30 गीगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता बढ़ेगी। इस योजना से विनिर्माण, लॉजिस्टिक्स, आपूर्ति श्रृंखला, बिक्री, स्थापना और अन्य सेवाओं में लगभग 17 लाख नौकरियों के अवसर सृजित होंगे।

सरकार ने फॉस्फेटिक और पोटाश उर्वरकों पर खरीफ मौसम के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी दरों को भी मंजूरी दे दी है। ख़रीफ़ मौसम के लिए लगभग 24 हजार 420 करोड़ रुपये के अस्थायी बजट की आवश्यकता होगी। इसके अंतर्गत किसानों को सब्सिडीयुक्त, किफायती और उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

श्री ठाकुर ने कहा कि केंद्र ने भारत में मुख्यालय के साथ इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस की स्थापना को भी स्‍वीकृति दी है। इसके अंतर्गत अगले पांच वर्ष की अवधि के लिए 150 करोड़ रुपये की सहायता को मंजूरी दी गई है। इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस की कल्पना 96 बड़ी बिल्ली श्रेणी के देशों, बड़ी बिल्ली संरक्षण में रुचि रखने वाले देशों, संरक्षण भागीदारों और बड़ी बिल्ली संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले वैज्ञानिक संगठनों के गठबंधन के रूप में की गई है। सात बड़ी बिल्लियों में बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, प्यूमा, जगुआर और चीता शामिल हैं। इनमें से पाँच बड़ी बिल्लियाँ – बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ और चीता भारत में पाई जाती हैं।

नई दिल्‍ली में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘भारत में सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास’ के लिए तीन सेमीकंडक्टर इकाइयों की स्थापना को मंजूरी दे दी है।  तीनों इकाइयों में अगले सौ दिन में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। भारत में सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास की अधिसूचना 21 दिसंबर 2021 को जारी की गई थी। इस पर कुल 76 हजार करोड़ रुपये का परिव्यय होगा। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड गुजरात के ढोलेरा में पॉवरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्प, ताइवान के साथ साझेदारी में सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करेगी। पूर्वोत्तर क्षेत्र में पहली सेमीकंडक्टर इकाई असम में स्‍थापित होगी। इसमें प्रतिदिन 48 करोड चिप्स का निर्माण होगा। क्रांप्‍टन ग्रीव्‍ज पावर, जापान की रेनेसा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन और थाईलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ साझेदारी में गुजरात के साणंद में सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित करेगा।

मंत्रिमंडल ने एकीकृत रोग नियंत्रण और महामारी से निपटने के लिए राष्ट्रीय एक स्वास्थ्य मिशन का नेतृत्व करने के लिए वैज्ञानिक ‘एच’ स्तर पर राष्ट्रीय वन स्वास्थ्य संस्थान, नागपुर के निदेशक के पद को भी स्‍वीकृति दे दी।

इसके अलावा, सरकार ने 12 महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के लिए रॉयल्टी दर तय करने के लिए खान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 की दूसरी अनुसूची में संशोधन को भी स्‍वीकृति दे दी। ये खनिज बेरिलियम, कैडमियम, कोबाल्ट, गैलियम, इंडियम, रेनियम, सेलेनियम, टैंटलम, टेल्यूरियम, टाइटेनियम, टंगस्टन और वैनेडियम हैं।

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