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सोलापुर में शनिवार, 3 मई को राज्यस्तरीय बौद्ध साहित्य सम्मेलन

सोलापुर में शनिवार, 3 मई को राज्यस्तरीय बौद्ध साहित्य सम्मेलन

सोलापुर में शनिवार, 3 मई को राज्यस्तरीय बौद्ध साहित्य सम्मेलन

सोलापुर में शनिवार, 3 मई को राज्यस्तरीय बौद्ध साहित्य सम्मेलन
श्रीलंकाई भंते यश के शुभ हाथों से होगा उद्घाटन : विभिन्न पांच परिसंवादों से धम्म विचारों का प्रसार

सोलापुर, मई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
विश्वभूषण डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के स्पर्श से क्रांति में तब्दील हुए सोलापुर शहर में शनिवार, 3 मई 2025 को प्रातः 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक हुतात्मा स्मृति मंदिर (लुम्बिनीनगर में) में राज्यस्तरीय बौद्ध साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें भंते यश की धम्मदेशना, डॉ. भीमराव अंबेडकर का मार्गदर्शन और विभिन्न संगोष्ठियों के माध्यम से धम्म विचारों की जागृति की जाएगी। यह जानकारी पत्रकार परिषद में सम्मेलन के स्वागताध्यक्ष अण्णासाहेब भालशंकर ने दी है।

IMG-20250501-WA0168-300x300 सोलापुर में शनिवार, 3 मई को राज्यस्तरीय बौद्ध साहित्य सम्मेलन
बौद्ध साहित्य मंडल द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्घाटन शनिवार, 3 मई को सुबह 10 बजे श्रीलंका के भंते यश करेंगे। इस समय भेते यश धम्मदेसना देंगे। वरिष्ठ साहित्यिक एवं पूर्व शिक्षा अधिकारी योगीराज वाघमारे सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इस अवसर पर सम्मेलन के अध्यक्ष वाघमारे अध्यक्षीय भाषण देंगे। यहां मुख्य अतिथि के रूप में सहायक धर्मादाय आयुक्त संजय पाईकराव, पुलिस उपायुक्त डॉ. दीपाली काले, जि.प. जलापूर्ति विभाग के कार्यकारी अभियंता संजय धनशेट्टी, जि.प.सोलापुर प्राथमिक विभाग के शिक्षा अधिकारी कादर शेख, कुर्डूवाडी नगर पालिका प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के प्रशासन अधिकारी शाहू सतपाल और अन्य गणमान्य उपस्थित रहेंगे।

दोपहर 1 बजे प्रथम संगोष्ठी धर्मांतरण के बाद सामाजिक पुनर्निर्माण में अंबेडकर-प्रेरित लेखकों की भूमिका कितनी लाभदायक है? इस विषय पर प्रमुख वक्ता प्रो. डॉ. आनंद देवडेकर (मुंबई) और प्रो. डॉ. सारिपुत्र तुपेरे (सोलापुर), प्रो.डॉ.एम.डी.शिंदे (सोलापुर) वक्ता के रूप में भाग लेंगे। दोपहर 2 से 2.30 बजे के बीच सभी के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है।

दूसरी संगोष्ठी दोपहर 2.30 बजे बौद्ध धर्म की
आधुनिक समय में आवश्यकता विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में मुंबई के सिद्धार्थ कॉलेज के प्रो. डॉ. विजय मोहिते अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। इसमें प्रो. डॉ. संघप्रकाश दुड्डे (सोलापुर), उप प्राचार्य प्रकाश शिंदे जैसे गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे।

दोपहर 3.30 बजे होनेवाली तीसरी संगोष्ठी
‘मराठी भाषा में बौद्ध साहित्य की रचना -कल-आज-कल’ विषय पर मुख्य वक्ता वरिष्ठ विचारक दत्ता गायकवाड़ (सोलापुर) और साहित्यकार प्रो. डॉ. धम्मपाल माशालकर (सोलापुर), पत्रकार, लेखक दत्ता थोरे अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।
सायं 4.30 बजे चौथी संगोष्ठी में धम्म आंदोलन में महिलाओं का योगदान विषय पर आयोजित की जाएगी। मुख्य वक्ता प्रो. रेखा मेश्राम (छत्रपति संभाजीनगर), प्रो. डॉ. अंजना गायकवाड (सोलापुर), प्रो. अहिल्या गायकवाड-कांबले (सोलापुर), शारदा गजभिये (सोलापुर), धम्मरक्षिता कांबले (सोलापुर) अपने विचार प्रस्तुत करेंगी।

इस बीच, शाम 5.30 बजे आयोजित होनेवाली पांचवीं संगोष्ठी में ‘पाली भाषा में बौद्ध साहित्य’ विषय पर मुख्य वक्ता पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर सोलापुर विश्वविद्यालय के पाली भाषा विभाग के प्रमुख प्रो. डॉ. विजयकुमार झुंबरे और डॉ. औदुंबर मस्के (सोलापुर), प्रो. डॉ. देवीदास गायकवाड़ (सोलापुर), डॉ. सुभाष कांबले (सोलापुर) आदि अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।
शाम 7 बजे समापन सत्र में भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के पोते और भारतीय बौद्ध महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर (मुंबई) मार्गदर्शन करेंगे। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करनेवाले गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा।

इस अवसर पर रिपाइं (ए) के प्रदेशाध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री राजाभाऊ सरवदे, पीपल्स रिपब्लिकन पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजाभाऊ इंगल, वरिष्ठ नेता सुभान बनसोडे, भीमशक्ति संघटना के प्रदेश उपाध्यक्ष सुबोध वाघमोडे, रिपाइं के वरिष्ठ नेता के. डी. कांबले, बसपा के प्रदेश महासचिव एडवोकेट संजीव सदाफुले, कामगार नेता अशोक जानराव, कामगार नेता जनार्दन शिंदे, पूर्व गटनेता आनंद चंदनशिवे, वंचित बहुजन आघाडी के जिला महासचिव अनिरुद्ध वाघमारे आदि गणमान्य व्यक्ति प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे। उक्त सम्मेलन में सभी लोगों से बड़ी संख्या में उपस्थित रहने की अपील स्वागताध्यक्ष अण्णासाहेब भालशंकर ने की है।

इस पत्रकार परिषद में कोषाध्यक्ष किरण बनसोडे, समन्वयक डॉ. सुरेश कोरे, कार्यवाहक भालचंद्र साखरे, प्रा. वशिष्ठ सोनकांबले, अण्णासाहेब वाघमारे आदि के साथ कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित थे।

‘मोहब्बत की किताब’ नाटक के माध्यम से संविधान जागरण!
इस बीच, शाम 6:30 बजे प्रबोधनात्मक नाटक ‘मोहब्बत की किताब’ के माध्यम से संविधान पर प्रकाश डाला जाएगा। राज्य कर निरीक्षक इंजीनियर बुद्धजय भालशंकर द्वारा लिखित और भागवत कुवलेकर द्वारा निर्देशित भारतीय संविधान के महत्व पर प्रकाश डालनेवाले इस लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। इसमें बुद्धजय भालशंकर, भागवत कुवलेकर, शशिकांत जाधव, सविता कुवलेकर प्रमुख भूमिका निभाएंगे। यह जानकारी समन्वयक डा.सुरेश कोरे ने दी है।

सम्मेलन की मुख्य विशेषताएं
-सम्मेलन के विचार मंच को सारनाथ तथा पुस्तकालय को नालंदानाम।
-कुल 5 संगोष्ठी और एक लघु नाटक शामिल।
-विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी।
-शाक्य संस्था, सिदनाक ब्रिगेड व समता सैनिक दल तीनों दलों की एकसाथ सलामी।
-प्रेरणादायक गीतों का कार्यक्रम।

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