कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने कौशल विकास दिंडी का किया शुभारंभ

कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने कौशल विकास दिंडी का किया शुभारंभ

कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने कौशल विकास दिंडी का किया शुभारंभ

आइए संकल्प लें ‘कुशल महाराष्ट्र-रोजगार युक्त महाराष्ट्र’ : मंगलप्रभात लोढ़ा

पुणे, जुलाई (जिमाका)
कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने नागरिकों और छात्रों से आषाढ़ी वारी समारोह के अवसर पर कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग द्वारा आयोजित कौशल विकास दिंडी में भाग लेने और ‘कुशल महाराष्ट्र-रोजगार युक्त महाराष्ट्र’ का संकल्प लेने की अपील की।

IMG-20240702-WA0188-300x200 कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने कौशल विकास दिंडी का किया शुभारंभ
मंत्री श्री लोढ़ा ने वानवडी में कौशल विकास का उद्घाटन किया था, इस समय वह बात कर रहे थे। इस अवसर पर कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग की आयुक्त निधि चौधरी, निदेशक दिगंबर दलवी, उपायुक्त अनुपमा पवार, महाराष्ट्र राज्य कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति अपूर्व पालकर आदि उपस्थित थे।

मंत्री श्री लोढ़ा ने कहा, कौशल विकास और उद्यमिता एवं नवाचार विभाग की विभिन्न योजनाओं, कौशल और गतिविधियों की जानकारी नागरिकों तक पहुंचाने के लिए योजना बनाई गई है। इस आयोजन में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के 5000 विद्यार्थियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।
कौशल विकास में प्रदेश अग्रणी हो, युवा कौशल हासिल करें और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध हों, इसके लिए चरणबद्ध तरीके से प्रदेश में ग्राम पंचायत स्तर पर कौशल विकास केंद्र स्थापित किये जायेंगे। इन केन्द्रों के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस दिंडी के आयोजन का उद्देश्य वारी के श्रमिकों और नागरिकों को यह जानकारी देना भी है कि कौशल विकास विभाग के माध्यम से विभिन्न योजनाएं और गतिविधियां क्रियान्वित की जाती हैं।

IMG-20240702-WA0189-300x200 कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने कौशल विकास दिंडी का किया शुभारंभ
इस अवसर पर मंत्री श्री लोढ़ा ने संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी के दर्शन किए और भैरोबा नाला पर वारकरयिों की दिंडी में भाग लिया, तालियों के साथ विथुनामा का जाप किया और दिंडी में कुछ दूर तक चले।

भैरोबा नाला से गाड़ीतल तक आषाढ़ी वारी के साथ कौशल विकास दिंडी का आयोजन किया गया। इनमें पुणे शहर और जिले में सरकारी, गैर-सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पूर्व-व्यावसायिक संस्थान, न्यूनतम कौशल-आधारित संस्थान, दोहरे पाठ्यक्रम संस्थान, प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम संस्थान और कौशल विकास विश्वविद्यालय के साथ-साथ रोजगार स्वरोजगार विभाग के छात्र, स्वयंसेवी संगठन, स्टार्ट-अप उपक्रमों के लाभार्थी, ग्रामीण कौशल विकास केंद्र के अधिकारी, कर्मचारी और छात्रों ने भाग लिया।

Spread the love
Previous post

तीसरा 25टी बोलार्ड पुल टग, बजरंग (यार्ड 307) भारतीय नौसेना को सौंपा गया

Next post

सी-डैक ने आर्म आर्किटेक्चर पर आधारित हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग प्रोसेसर एयूएम के डिजाइन एवं विकास के लिए मोसचिप और सोसियोनेक्स्ट के साथ साझेदारी की

Post Comment