1 से 19 वर्ष तक के सभी लड़के-लड़कियों को जंतु नाशक गोली दी जाए : मंत्री प्रो. डॉ. तानाजी सावंत
विशेष अभियान 13 फरवरी को चलाया जाएगा
पुणे, फरवरी (जिमाका)
कृमि से बच्चों और किशोरों में एनीमिया, पेट दर्द, उल्टी, दस्त, मतली, भूख न लगना, कुपोषण, विकास अवरुद्ध होने की संभावना होती है। जन स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से वर्ष में दो बार 1 से 19 वर्ष आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं को जंतु नाशक गोली देने का अभियान चलाया जाता है। यह विशेष अभियान 13 फरवरी को चलाया जाएगा और इस अभियान के तहत 1 से 19 वर्ष तक के सभी लड़के-लड़कियों को जंतु नाशक गोलियां दी जाएं। यह अपील मंत्री प्रो. डॉ. तानाजी सावंत ने की है।
राज्य का स्वास्थ्य विभाग इस अभियान की तैयारी कर रहा है और चिकित्सा अधिकारियों, शिक्षकों और अन्य संबंधित कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। अभियान में जो बच्चे 13 फरवरी को गोली नहीं खा सकेंगे, उन्हें 20 फरवरी को जंतु नाशक गोली खिलाई जाएगी। 13 फरवरी को प्रदेश भर के 1 लाख 10 हजार 944 आंगनवाड़ी केंद्रों, 1 लाख 27 हजार 849 स्कूल-कॉलेजों में करीब 2 करोड़ 80 लाख बालक-बालिकाओं को जंतु नाशक गोलियां खिलाई जाएंगी। यह कार्यक्रम राज्य में लोक स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग तथा महिला एवं बाल कल्याण विभाग के समन्वय से क्रियान्वित किया जायेगा। इस अभियान का लाभ उठाने की अपील भी की गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सितंबर और फरवरी दो माह में जंतु मुक्ति अभियान चलाया जाता है। इस साल यह विशेष अभियान 13 फरवरी को चलाया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग ने इसके अनुरूप योजना बनाई है। 1 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों को आधी से एक गोली मौखिक रूप से या पानी में घोलकर दी जाती है। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले में बैठक भी की जा रही है।
जंतु मुक्ति अभियान में 1 से 2 वर्ष के बच्चों को 200 मिग्रा. एल्बेंडाजोल टैबलेट, 2 से 3 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए 400 मिलीग्राम टैबलेट को पाउडर बनाकर पानी में घोल दिया जाता है, जबकि 3 से 6 साल के बच्चों को 400 मिलीग्राम दी जाती है। टैबलेट को चबाया जाता है या पाउडर बनाकर पानी में घोल दिया जाता है। 6 से 19 वर्ष की आयु के लड़के और लड़कियों के लिए 400 मिलीग्राम गोली चबाने के लिए दी जाती है। यह गोली साल में दो बार लेनी चाहिए। जन स्वास्थ्य विभाग ने सभी से इस अभियान में भाग लेने और इस अभियान को सफल बनाने की अपील की है।
यदि नागरिकों को इस अभियान के बारे में कोई संदेह हो तो वे स्वास्थ्य सलाह एवं मार्गदर्शन केंद्र के टोल-फ्री नंबर 104 पर संपर्क कर सकते हैं या आपातकालीन चिकित्सा सेवा के तहत संचालित एम्बूलेंस सेवा के टोल-फ्री नंबर 108 पर कॉल करके एम्बूलेंस के लिए कॉल कर सकते हैं।
जंतु नाशक गोली निःशुल्क
अभियान दिवस पर एल्बेंडाजोल की गोली निःशुल्क दी जाती है। साथ ही, ये टैबलेट स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, ग्रामीण अस्पतालों, उपजिला अस्पतालों, जिला अस्पतालों, आंगनबाड़ियों, स्कूलों और कॉलेजों में मुफ्त उपलब्ध कराई जाएंगी। जंतु मुक्ति की रोकथाम के लिए यह जंतु नाशक गोली पूरी तरह से सुरक्षित है और इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बड़े पैमाने पर जंतु मुक्ति कार्यक्रमों में उपयोग के लिए प्रमाणित किया गया है।
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