23 फरवरी को स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का 23 वां दीक्षांत समारोह
नाशिक, फरवरी (जिमाका)
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का 23 वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार, 23 फरवरी 2024 को नासिक स्थित विश्वविद्यालय मुख्यालय में आयोजित किया गया है।
विश्वविद्यालय में कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. माधुरी कानिटकर (सेवानिवृत्त) प.वि.से.प.,ए.वि.से.प.वि.से.प.ने कहा कि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्री रमेश बैस ऑनलाइन उपस्थित रहेंगे। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के प्र- कुलपति एवं राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री हसन मुश्रीफ और बेलगाम के के.एल.ई. अकादमी ऑफ हायर एजूकेशन एंड रिसर्च के कुलपति डॉ. नितिन गंगने विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. राजेंद्र बंगाल ने बताया कि दीक्षांत समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर स्थित शिक्षक प्रशिक्षण प्रबोधिनी में सुबह 11 बजे किया गया है। विश्वविद्यालय के प्राधिकरण सदस्यों, संबद्ध महाविद्यालयों, शिक्षकों, छात्रों, अभिभावकों और आगंतुकों को विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह पर ध्यान देना चाहिए।
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संदीप कडू ने कहा कि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में डॉ. ख्रिस्तोफर डिसूजा को स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डी.लिट विश्वविद्यालय की विशेष समकक्ष उपाधि से सम्मानित किया जाएगा।
डॉ. ख्रिस्तोफर डिसूजा ने मुंबई विश्वविद्यालय से ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी (कान और स्वरयंत्र विज्ञान) में डिप्लोमा और शल्यक्रिया में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की है। उन्होंने 1992 में नेशनल बोर्ड ऑफ ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी में भी उत्तीर्ण हुए। 1994 में एओलस साइंटिफिक प्रेस ने उन्हें हॉलैंड, यूरोप में ऑर्बिटल रोगों के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के लिए ऑर्बिट अंतर्राष्ट्रीय रजत पदक से सम्मानित किया गया। विशेष सम्मान पानेवाले वह पहले भारतीय हैं। इसके अलावा, उनके छह प्रकाशन हैं जो अंतर्राष्ट्रीय सहकर्मी-समीक्षित पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं और वे मौलिक कार्यों के रूप में पहचाने जाते हैं। ओटोस्क्लेरोसिस पर उनके शोध कार्य ने उन्हें राष्ट्रीय और वैश्विक पहचान दिलाई है।
डॉ. ख्रिस्तोफर डिसूजा द्वारा लिखित और संपादित महामारी विज्ञान पर दो वैश्विक पाठ्यपुस्तकों को अंतरराष्ट्रीय प्रशंसा मिली है। बधीर बच्चों को उनकी सुनने की शक्ति बढ़ाने में मदद करने के लिए उनके अंतर्राष्ट्रीय पाठ्यपुस्तक विश्व स्तर पर प्रशंसित हैं।
डॉ. ख्रिस्तोफर डिसूजा ने सुनने के अनमोल उपहार से गरीब और वंचित बच्चों की मदद करके मानवता के लिए एक उल्लेखनीय योगदान दिया है। बधीर बच्चों और उनके परिवारों को इस प्रक्रिया में मदद करने के लक्ष्य के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है।
इस दीक्षांत समारोह में छात्रों को डिग्री भी प्रदान की जाएगी। विभिन्न संकायों के स्नातक, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम और इंटर्नशिप पूरा करनेवाले मेधावी छात्रों को स्नातक प्रमाणपत्र और स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा।
इस दीक्षांत समारोह का https://youtube.com/live/aUjw-qGcwMo?feature=share यूट्यूब चैनल पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। दीक्षांत समारोह के ऑनलाइन प्रसारण में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक एवं आगंतुक शामिल हों।
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