लाडली बहनों की देय किश्त अधिवेशन के बाद जमा होगी, किसानों से बिजली बिल नहीं लिया जाएगा : मुख्यमंत्री
लाडली बहनों की देय किश्त अधिवेशन के बाद जमा होगी, किसानों से बिजली बिल नहीं लिया जाएगा : मुख्यमंत्री
नागपुर, दिसंबर (महासंवाद)
राज्य के किसानों, युवाओं, वरिष्ठजनों, वंचित वर्गों से किये गये सभी वायदे पूरे किये जायेंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने राज्य की जनता को आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को बंद नहीं होने दिया जायेगा। राज्य की लाडली बहनों को दी जाने वाली किश्त अधिवेशन के पश्चात दी जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि महाराष्ट्र कल भी नंबर वन था, आज भी नंबर वन है और कल भी नंबर वन रहेगा।
महाराष्ट्र के साथ कोई मुकाबला नहीं कर पायेगा।
मुख्यमंत्री फडणवीस नागपुर में शीतकालीन अधिवेशन में राज्यपाल महोदय द्वारा दिये गये अभिभाषण पर चर्चा का उत्तर देते हुए बोल रहे थे।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में महाराष्ट्र प्रथम स्थान पर
मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि 1 जुलाई 2022 से महाराष्ट्र में 3 लाख 48 हजार 70 करोड़ का निवेश आया है और इससे 2 लाख 13 हजार 267 नौकरियां पैदा हुईं। राज्य में 10 बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी है, जिसमें 2 लाख 39 हजार 117 करोड़ का निवेश और 79 हजार 720 रोजगार उपलब्ध होने की उम्मीद है। विदर्भ में 47 बड़ी परियोजनाओं में 1 लाख 23 हजार 931 करोड़ रुपये का निवेश हुआ और 61 हजार नौकरियां पैदा हुईं, मराठवाड़ा में 38 परियोजनाओं में 74 हजार 646 करोड़ रुपये का निवेश हुआ और 41 हजार 325 रोजगार पैदा हुए और 136 परियोजनाओं में 1 लाख 49 हजार 493 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। शेष महाराष्ट्र में 136 परियोजनाओं में 1 लाख 10 हजार 588 नौकरियां पैदा हो रही हैं। इस आधार पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में महाराष्ट्र पहले स्थान पर है। छत्रपति संभाजीनगर, जालना में भी उद्योग का जाल विकसित हो रहा है।
मराठी भाषा को अभिजात्य भाषा का दर्जा
छत्रपति शिवाजी महाराज ने मराठी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया था। इसके पश्चात केंद्र की मोदी सरकार ने मराठी को संविधान के अनुसार अभिजात्य भाषा का दर्जा दिया। ऐसा होने से मराठी भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए निधि उपलब्ध करायी जायेगी। साथ ही विद्वानों को दो पुरस्कार मिलेंगे। प्राचीन ग्रंथों का अनुवाद किया जायेगा। इन सभी प्रयासों से हम अपनी भाषा को समृद्ध कर सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने विधानसभा में यह भी कहा कि अदालती फैसले मराठी में उपलब्ध कराये जाने की शुरूआत होगी।
महाराष्ट्र को सूखा मुक्त बनाने का संकल्प
मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि राज्य में सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि करने के लिए पिछले ढाई वर्षों में 167 परियोजनाओं को संशोधित प्रशासनिक मंजूरी दी गयी है, जिससे 25.21 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचाई के दायरे में आ जायेगी। महाराष्ट्र को सूखा मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है और नदी जोड़ परिजलयना, जलयुक्त शिवार योजनाओं और सिंचाई परियोजनाओं के लिए उपयोगी है। वैनगंगा-नलगंगा, नारपार-गिरणा, दमणगंगा-वैतरणा-गोदावरी, दमणगगा-एकदरे नदी लिंक परियोजनाओं से विकास को गति मिलेगी। राज्य में किसानों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए किसानों की फसलों को भरपूर पानी उपलब्ध हो, इस उद्देश्य से नदी जोड़ परियोजना महत्वपूर्ण है। इसके लिए राज्य सरकार ने जल योजना तैयार की है। राज्य में बांस की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे किसानों को फायदा होगा।
मेट्रो परियोजना गतिमान : मुंबई, नागपुर, पुणे शहरों में मेट्रो के काम में तेजी लायी गयी है। इन कार्यों के पूरा होने के बाद यात्रियों का सफर और अधिक गतिशील हो जायेगा। मुंबई में मेट्रो मार्गिका 3 फेज 2 का काम अंतिम चरण में है और बीकेसी से कोलाबा तक नयी लाइफ लाइन बनने वाली है। 17 लाख यात्री यात्रा करेंगे। यह लाइन मई 2025 तक शुरू हो जायेगी।
किसानों से बिजली बिल नहीं लिया जायेगा
मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि राज्य में 16 हजार मेगावाट की सौर ऊर्जा उत्पादन परियोजनाएं शुरू की गयी हैं। अब तक 669 मेगावाट बिजली शुरू हो चुकी है। 2026 तक 16,000 मेगावाट बिजली चालू कर दी जायेगी। किसानों से बिजली बिल नहीं लिया जायेगा। आज हमारे पास 9 लाख कृषि पंप उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मांग के आधार पर हम उन्हें सोलर पंप देंगे और 3 महीने में कनेक्शन दे देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 2030 तक राज्य में 52 प्रतिशत ऊर्जा गैर-पारंपरिक स्रोतों से उपलब्ध होगी।
वाढवण बंदरगाह विकास केंद्र : मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि पालघर में 76 हजार करोड़ रुपये खर्च कर वाढवण बंदरगाह बनाया जा रहा है। यह बंदरगाह जेएनपीटी से तीन गुना बड़ा है और इस बंदरगाह से कई फायदे होने वाले हैं।
नासिक में आई टी पार्क : नासिक में आईटी पार्क विकसित किया जाएगा और इस काम के लिए वास्तु विशारद को नियुक्त किया गया है। शीघ्र ही यहाँ अत्याधुनिक आईटी पार्क का निर्माण कराया जायेगा।
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