रोजगार मेलों में उम्मीदवारों के चयन के लिए अप्रेंटिसशिप योजना पर जोर दिया जाए : जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे

रोजगार मेलों में उम्मीदवारों के चयन के लिए अप्रेंटिसशिप योजना पर जोर दिया जाए : जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे

पुणे, जुलाई (जिमाका)
विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर 27 जुलाई को आयोजित होनेवाले रोजगार मेले में उम्मीदवारों को वास्तविक कार्य अनुभव व कंपनियों को कुशल उम्मीदवार मिल सकें, इसलिए अप्रेंटिसशिप योजना पर अधिक जोर दिया जाए। यह निर्देश जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे ने दिए।

छत्रपति शिवाजीनगर के मॉडर्न कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में आयोजित किए जानेवाले रोजगार मेले के नियोजन के संबंध में जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक में डॉ. दिवसे बोल रहे थे। बैठक में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम के प्रादेशिक अधिकारी पुणे सचिन बारवकर, डॉ. अर्चना पठारे, पुणे महानगरपालिका के उपायुक्त नितीन उदास, जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक वृषाली सोने, कौशल, रोजगार, उद्यमिता व नवाचार विभाग के सहायक निदेशक सचिन जाधव के साथ किरण साली आदि उपस्थित थे।
जिलाधिकारी ने कहा कि मध्यम और बड़े उद्योगों को उत्पादों की आपूर्ति करनेवाले लघु उद्योगों के लिए जनशक्ति की भारी कमी वाले उम्मीदवारों तक हर माध्यम से यह बात पहुंचाई जाए कि यह अच्छा अवसर है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से अच्छी तरह से प्रशिक्षित जनशक्ति प्राप्त हो यह उद्योग अपेक्षा करते हैं, उसी हिसाब से उम्मीदवारों को लक्ष्य करें। क्षेत्रवार मांग और आपूर्ति की योजना बनाई जानी चाहिए। सभी सरकारी एवं निजी आईटीआई को हमारे यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को मेले में भेजने के संबंध में सूचित किया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम (एनएपीएस) के तहत 1 हजार 500 रुपये दिए जाते हैं। हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के तहत अभ्यर्थियों को शैक्षणिक योग्यता के अनुसार 6 से 10 हजार रुपये की अच्छी-खासी राशि देकर कुशल और अर्ध-कुशल बनाने का निर्णय लिया गया है, जिससे अभ्यर्थियों को बेहतर प्रशिक्षण मिलेगा।

उन्होंने कहा कि शहर और जिला एमआईडीसी के साथ-साथ मराठा चैंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज एसोसिएशन सहित सभी बड़े और छोटे औद्योगिक संगठनों को समन्वय करना चाहिए और सभी आस्थापना, लघु उत्पादक, होटल व्यवसायियों, पर्यटन व्यवसायों, आदरातिथ्य व्यवसायों और विभिन्न सेवा क्षेत्र के प्रतिष्ठानों को आमंत्रित करना चाहिए। मेले का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।

उन्होंने बताया कि रोजगार, उद्यमिता व नवाचार विभाग के सहायक निदेशक सचिन जाधव ने मेले की योजना के अनुरूप जानकारी दी। इस मेले में रोजगार के लिए कंपनियों व अभ्यर्थियों को निमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ ही स्वरोजगार की दृष्टि से सभी विकास निगमों, सारथी, बार्टी, महाज्योति आदि संगठनों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की स्वरोजगार योजनाओं को लागू करने वाले कृषि, सहकारी समितियों और सभी बैंकों आदि को बुलाया जाएगा। अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र गूगल फॉर्म के माध्यम से भरे जायेंगे। साथ ही मेले के स्थल पर पंजीकरण की भी व्यवस्था की जायेगी। रोजगार एवं स्वरोजगार की जानकारी देने के लिए व्याख्यान आयोजित किये जायेंगे।
बैठक में समर्थ युवा फाउंडेशन के निलेश भटनागर के साथ-साथ विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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