व्यवसाय उन्मुख दृष्टिकोण निर्माण करने के लिए छात्रों का सर्वांगीण विकास महत्वपूर्ण : रवींद्र येवले
व्यवसाय उन्मुख दृष्टिकोण निर्माण करने के लिए छात्रों का सर्वांगीण विकास महत्वपूर्ण : रवींद्र येवले
कोंढवा, सितंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
एक अच्छा इंजीनियर बनने के लिए छात्रों को तर्क कौशल विकसित करना चाहिए। छात्र सामाजिक ताने-बाने का एक बुनियादी तत्व हैं। वर्तमान में सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से होनेवाले सोच प्रदूषण से बचने के लिए अच्छी किताबें पढ़ें। व्यवसाय उन्मुख दृष्टिकोण निर्माण करने के लिए छात्रों का सर्वांगीण विकास महत्वपूर्ण हैं। यह विचार श्री रवींद्र येवले ने व्यक्त किए।
ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक के नवप्रवेशित प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए व्याख्यान का आयोजन किया गया था, तब वे बोल रहे थे। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक श्री कल्याणराव जाधव, संकुल निदेशक श्री समीर कल्ला, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे, विभाग प्रमुख प्रो. हनुमान इंगले, प्रो. सचिन घुगे, प्रो.ज्योति बेलविकर, प्रो.मनीषा जाधव प्रो. गुलाब कुमकर आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक श्री कल्याणराव जाधव और संकुल निदेशक श्री समीर कल्ला ने सभी को मार्गदर्शन किया।
अपने व्याख्यान में श्री रवींद्र येवले ने ऐतिहासिक उदाहरण दिया और इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में वास्तुकला विभाग द्वारा बनाए गए किले और मंदिर आज भी आकर्षक और मजबूत हैं।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने कहा कि हर कोई अपने व्यक्तित्व को बेहतर बनाने, नई चीजें सीखने की कोशिश करता है अगर उसका व्यक्तित्व अच्छा है तो उसका कैरियर उज्ज्वल हो जाता है और समाज में भी उसे अच्छा और सम्मानजनक व्यवहार मिलता है।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन डॉ. संदीप गवते और आभार प्रदर्शन प्रा. मेधा खोपडे ने किया।
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