नई नियमावली के अनुसार सभी अस्पतालों में दवाओं की गुणवत्ता की जांच होगी : सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर
मुंबई, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महाराष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने राज्य की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को दवाओं के स्टॉक और उनकी गुणवत्ता की जांच नई नियमावली के अनुसार करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में यह निर्देश जारी किए, जिसमें जिला और राज्य स्तर पर तुरंत इस अभियान को शुरू करने पर जोर दिया गया।
दवाओं का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने के निर्देश
राज्य के सभी अस्पतालों को आवश्यक दवाओं का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि गुणवत्ता जांच अभियान नई नियमावली के अनुसार चलाया जाए।
मुख्य निर्देश :
- सभी स्वास्थ्य संस्थानों को ई-औषधि प्रणाली में खरीदी गई दवाओं का रिकॉर्ड 24 से 48 घंटे के भीतर दर्ज करना होगा।
- दवाओं के स्टॉक का रिकॉर्ड बैच नंबर के अनुसार सही तरीके से दर्ज किया जाए।
- खरीदी गई सभी दवाओं के बैच के नमूने NABL प्रमाणित प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे जाएं।
- किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी रोकने के लिए आपूर्तिकर्ता कंपनी और प्रयोगशाला के बीच सीधा संपर्क नहीं होगा (डबल ब्लाइंडिंग सिस्टम)।
- हर बैच की गुणवत्ता जांच सुनिश्चित करने के लिए स्वतंत्र NABL प्रयोगशालाओं या अधिकृत मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं के माध्यम से परीक्षण कराया जाए।
- जांच रिपोर्ट प्राप्त होने तक दवा के स्टॉक को अलग रखा जाए और केवल स्वीकृत दवाओं का उपयोग किया जाए।
- यदि कोई दवा गुणवत्ता परीक्षण में अस्वीकृत पाई जाती है, तो उसका उपयोग तुरंत बंद कर दिया जाए।
महाराष्ट्र में दवा गुणवत्ता परीक्षण की वर्तमान स्थिति
महाराष्ट्र मेडिकल गुड्स प्रोक्योरमेंट अथॉरिटी ने जिला स्तर की दवा भंडारण इकाइयों से 86 दवा नमूने NABL प्रयोगशालाओं को भेजे। इनमें से :
- 32 नमूने उपयोग के लिए उपयुक्त पाए गए।
- 54 नमूनों की रिपोर्ट अभी भी लंबित है।
इसी प्रकार, मेडिकल एजुकेशन ड्रग स्टोर से लिए गए 69 दवा नमूनों में से
- 14 नमूने योग्य पाए गए।
- 55 नमूनों की रिपोर्ट अभी लंबित है।
वर्ष 2023-24 में महाराष्ट्र में 12,767 प्रकार की दवाओं की खरीद की गई, जिनमें से :
- 1,884 नमूने प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजे गए।
- 1,772 नमूने उपयोग के लिए स्वीकृत हुए, जबकि 3 नमूने अस्वीकृत पाए गए।
- 109 नमूनों की रिपोर्ट अभी भी लंबित है।
वर्ष 2024-25 में 9,600 प्रकार की दवाएं खरीदी गईं, जिनमें से 4,691 नमूने जांच के लिए भेजे गए :
- 3,179 नमूने उपयुक्त पाए गए, जबकि 5 अस्वीकृत हो गए।
- 1,507 नमूनों की रिपोर्ट अभी भी लंबित है।
सभी संबंधित अधिकारियों को अस्वीकृत बैचों की जानकारी दी गई है, और उनका उपयोग तुरंत रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री प्रकाश आबिटकर ने कहा कि राज्य के सभी अस्पतालों में दी जाने वाली दवाओं को सख्ती से जांचा जाए और रोगियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दवाओं का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखा जाए।
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