सहकारी बैंकों को प्रगति के लिए नई तकनीक अपनाना आवश्यक : केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह
सहकारी बैंकों को प्रगति के लिए नई तकनीक अपनाना आवश्यक : केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह
जनता सहकारी बैंक के अमृत महोत्सव वर्ष का समापन समारोह केंद्रीय मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में संपन्न
पुणे, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
जनता सहकारी बैंक ने जो विश्वास हासिल किया है, वह गर्व की बात है। यह केवल एक सहकारी बैंक नहीं बल्कि एक बड़ा परिवार है। इस बैंक ने समाजसेवा में भी हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है। बैंक की निरंतर प्रगति का श्रेय इसके संस्थापकों, निदेशकों और बैंक के सदस्यों को जाता है। देश में कुल 1,465 सहकारी बैंक हैं, जिनमें से सबसे अधिक 460 अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक महाराष्ट्र में हैं। सहकारी क्षेत्र में प्रगति करते समय सहकारी बैंकों को नई तकनीक अपनाना आवश्यक है। यह बात केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कही।
केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री शाह, जनता सहकारी, मल्टी-शेड्यूल्ड बैंक के अमृत महोत्सव वर्ष के समापन समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री एवं जिले के पालक मंत्री अजीत पवार, केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोळ, राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील, सांसद मेधा कुलकर्णी, जनता सहकारी बैंक के अध्यक्ष रविंद्र हेजीब, उपाध्यक्ष अलका पेटकर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जगदीश कश्यप उपस्थित थे।
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत के लिए दो संकल्प किए हैं— पहला, 2047 तक भारत को एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाना और दूसरा, 2027 तक देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना। इन संकल्पों को पूरा करने में सहकारी क्षेत्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सहकारी क्षेत्र के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति को उसकी क्षमता के अनुसार काम, प्रत्येक परिवार को समृद्ध बनाना और देश के विकास में हर नागरिक को शामिल करने का कार्य किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की गई है, जो सहकारी क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार ने 70 करोड़ गरीबों को घर, बिजली, गैस, पानी, शौचालय, 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा और प्रतिमाह प्रत्येक व्यक्ति को 5 किलो अनाज जैसी सुविधाएं प्रदान की हैं। देश और परिवार के विकास के लिए सहकारी क्षेत्र से बेहतर कोई विकल्प नहीं है।
श्री शाह ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में सहकारी क्षेत्र प्रगति की दिशा में आगे बढ़ रहा है। केंद्र सरकार ने केंद्रीय सहकारी संस्थाओं के रजिस्ट्रार के क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिसका पहला कार्यालय पुणे में शुरू हो रहा है। ये क्षेत्रीय कार्यालय शेड्यूल बैंकों को मजबूती प्रदान करेंगे।
उन्होंने बताया कि अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों के लिए एक अंब्रेला संगठन बनाया गया है, जिसमें अब तक 300 करोड़ रुपये की पूंजी जमा की गई है। यह संगठन सहकारी बैंकों को तकनीकी और कोर बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करने में मदद करेगा। अंब्रेला संगठन के माध्यम से अगले दो वर्षों में देश के अर्बन को-ऑपरेटिव, जिला सहकारी बैंक और स्टेट को-ऑपरेटिव बैंकों के लिए “स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक ऑफ इंडिया क्लियरिंग हाउस” स्थापित किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय ने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। साथ ही, राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए सहकारी बैंकों में नवाचार को प्रोत्साहित करने हेतु एक समिति गठित की जाएगी।
इस अवसर पर प्रभातकुमार चतुर्वेदी ने अंब्रेला संगठन को 5 करोड़ रुपये का चेक केंद्रीय मंत्री अमित शाह को सौंपा। कार्यक्रम में श्री हेजीब ने भी अपने विचार व्यक्त किए और बैंक की प्रगति के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन जगदीश कश्यप ने किया, जबकि अलका पेटकर ने उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया।
इस समारोह में जनप्रतिनिधि, सहकारी क्षेत्र के अधिकारी और विभिन्न प्रतिष्ठित अतिथि उपस्थित थे।
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