सामूहिक नकल के मामले सामने आने पर केंद्र की मान्यता रद्द करें
सामूहिक नकल के मामले सामने आने पर केंद्र की मान्यता रद्द करें
नकल में मदद करने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
मुंबई, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में यदि किसी परीक्षा केंद्र पर सामूहिक नकल (मास-कॉपिंग) का मामला सामने आता है, तो उस केंद्र की मान्यता स्थायी रूप से रद्द कर दी जाए। इसके अलावा, जो शिक्षक और कर्मचारी नकल करने में मदद करेंगे, उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए, ऐसे कड़े आदेश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने सभी जिलाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों से परीक्षा की तैयारी और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की। इस दौरान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और अन्य मंत्री उपस्थित थे।
10वीं और 12वीं परीक्षा का आयोजन
12वीं कक्षा की परीक्षा आज से 18 मार्च तक 3,373 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी।
10वीं कक्षा की परीक्षा 21 फरवरी से 17 मार्च तक 5,130 परीक्षा केंद्रों पर होगी।
शिक्षा विभाग ने परीक्षा की संपूर्ण तैयारियों की जानकारी दी।
नकल मुक्त परीक्षा का सख्त क्रियान्वयन
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने परीक्षा केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में धारा 163 को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं।
अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए।
परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि वे किसी भी प्रकार की नकल सामग्री (पुस्तकें, नोट्स, मोबाइल आदि) साथ न रखें।
फ्लाइंग स्क्वॉड (भरारी पथक) के माध्यम से नकल मुक्त परीक्षा की प्रभावी निगरानी की जाए।
विशेष सतर्कता दलों की नियुक्ति
सभी परीक्षा केंद्रों पर जिलाधिकारी विशेष सतर्कता दल (सिटिंग स्क्वॉड) की नियुक्ति करेंगे।
यह दल परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचेगा और उत्तर पुस्तिकाओं के कस्टोडियन के पास जमा होने तक निगरानी रखेगा।
संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर वरिष्ठ और सक्षम अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी।
संवेदनशील केंद्रों पर ड्रोन से निगरानी
संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर ड्रोन कैमरों और वीडियो कैमरों के माध्यम से 24/7 निगरानी रखी जाएगी।
प्रत्येक तालुका में परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा एक प्रभारी अधिकारी और उप-जिल्हाधिकारी की नियुक्ति की जाएगी।
नकल मुक्त परीक्षा की जिम्मेदारी
परीक्षा का सुचारू एवं नकल मुक्त संचालन जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) की संयुक्त जिम्मेदारी होगी।
शहरी क्षेत्रों में यह जिम्मेदारी पुलिस आयुक्त और महानगरपालिका आयुक्त की होगी।
अंग्रेजी, गणित और विज्ञान जैसे संवेदनशील विषयों की परीक्षा के दिन जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्वयं परीक्षा केंद्रों का दौरा करेंगे।
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