इटली व्यापार के साथ-साथ विश्वविद्यालय, अनुसंधान, संस्कृति और स्टार्टअप क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को उत्सुक : राजदूत एंटोनियो बार्टोली
इटली व्यापार के साथ-साथ विश्वविद्यालय, अनुसंधान, संस्कृति और स्टार्टअप क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को उत्सुक : राजदूत एंटोनियो बार्टोली
मुंबई, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
भारत और इटली के बीच मजबूत राजनीतिक संबंध हैं और अब दोनों देश शैक्षणिक व अनुसंधान सहयोग को विश्वविद्यालय स्तर पर बढ़ाने, साथ ही सांस्कृतिक संबंधों, पर्यटन और भारत में इटालियन भाषा शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। यह जानकारी भारत में इटली के राजदूत एंटोनियो एनरिको बार्टोली ने आज दी। राजदूत एंटोनियो बार्टोली ने राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन से राजभवन, मुंबई में शिष्टाचार भेंट की, इस दौरान उन्होंने यह बातें कहीं।
भारत-इटली संबंध और सहयोग क्षेत्र
राजदूत बार्टोली ने बताया कि भारत और इटली के प्रधानमंत्रियों के बीच गहरे राजनीतिक संबंध हैं और वर्तमान में दोनों देशों के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, संचार, नवाचार और स्टार्टअप, अंतरिक्ष विज्ञान एवं रक्षा, सुरक्षा एवं साइबर सुरक्षा, पर्यटन और सिनेमा जैसे क्षेत्रों में सहयोग जारी है।
उन्होंने जानकारी दी कि इटली के उपप्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री अप्रैल 2025 में एक बड़े व्यापारिक शिष्टमंडल के साथ भारत का दौरा करेंगे। इस दौरान वे महाराष्ट्र की प्रमुख कंपनियों, उद्योगों और स्टार्टअप से बातचीत करेंगे, जिसमें स्मार्ट एग्रीकल्चर, हरित प्रौद्योगिकी, जैव ईंधन और ठोस कचरा प्रबंधन जैसे विषयों पर चर्चा होगी।
राजदूत ने बताया कि इटली में 85% कचरे का पुनर्चक्रण (Recycling) किया जाता है, और इस क्षेत्र में इटली भारत को तकनीकी सहयोग प्रदान कर सकता है।
स्टार्टअप और तकनीकी सहयोग
उन्होंने यह भी कहा कि भारत और इटली के स्टार्टअप्स के बीच सहयोग बढ़ाने की प्रबल संभावनाएं हैं, और इस संबंध में वे IIT मुंबई के साथ चर्चा करेंगे।
राजदूत बार्टोली का स्वागत करते हुए राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने कहा कि दोनों देशों के बीच वस्त्र उद्योग (Textile Industry) में भी सहयोग की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि व्यापारिक संबंधों को और सशक्त बनाने के लिए वे महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री से चर्चा करेंगे।
राजभवन में उद्योगपतियों और चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों की बैठक आयोजित कर विचार-विमर्श किया जाएगा।
महाराष्ट्र के विश्वविद्यालयों में इटालियन भाषा केंद्र (Italian Language Centers) शुरू करने का भी प्रस्ताव दिया जाएगा।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू होने के बाद मुंबई से इटली के प्रमुख शहरों के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इस अवसर पर इटली के मुंबई स्थित वाणिज्य दूत वॉल्टर फेरारा और उप-वाणिज्य दूत लुइगी कैस्कोन भी उपस्थित थे।
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