गंगा विलेज सोसाइटी का चेहरा बदल गया

गंगा विलेज सोसाइटी का चेहरा बदल गया

गंगा विलेज सोसाइटी का चेहरा बदल गया

गंगा विलेज सोसाइटी का चेहरा बदल गया

हड़पसर, दिसंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
प्रकृति के संतुलन को प्राप्त करने के लिए प्रयासरत गंगा विलेज को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी अपने दृढ़ संकल्प से एक नई गंगा विलेज सोसाइटी अपने पुराने रंग ढंग से उभरकर एक नया टाउन का रूप धारण करके एक नया नाम लेकर सामने आ रही है।

5 दिसंबर, 2021 को सत्रह वर्षों तक सत्ता परिवर्तन के बाद सदस्यों ने योगेन्द्र गायकवाड़ के नेतृत्व में शिक्षित, सुसंस्कृत विचारोंवाले 19 लोगों के निदेशक मंडल का चुनाव किया, शुरुआती संघर्ष और अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए नवगठित निदेशक मंडल ने सफलतापूर्वक कार्य किया। सभी चुनौतियों का डटकर सामना करते हुए तीन वर्ष पूरे किए है। पिछले तीन वर्षों में सोसाइटी ने ऐसी उपलब्धि हासिल की है, जिसके लिए सदस्यों को जितना धन्यवाद दिया जाए कम है क्योंकि सदस्यों के सहयोग के बिना यह संभव नहीं था। गंगा विलेज सोसाइटी में सभी जाति, धर्म और पंथ के लोग रहते हैं।

Gaikwad-235x300 गंगा विलेज सोसाइटी का चेहरा बदल गया
गंगा विलेज सोसाइटी नहीं बल्कि एक परिवार है, लगभग दो से तीन हजार की आबादीवाला 672 सदस्यों का परिवार, जिसके निदेशक मंडल द्वारा विभिन्न माध्यमों से परिवार में सद्भाव, प्रेम, सहयोग और सहायता की भावना निर्माण करने का प्रयास किया जाता है, गतिविधियां सफल होती नजर आ रही हैं। सदस्यों एवं संचालक मंडल का जन्मदिन एक साथ मनाया जाता है। प्रकृति को संतुलित करने के लिए सदस्य अपना जन्मदिन सोसाइटी के कार्यालय में मनाते थे और इसके लिए सोसाइटी में भ्रमण कर एक अभिनव पहल लागू की गई पाँच पेड़ों और पाँच गमलों को उपहार में देकर पर्यावरण संवर्धन की जागरूकता की नींव रखी गई और सदस्यों ने भी इस पहल का उत्साहपूर्वक स्वागत करके प्रतिक्रिया व्यक्त की एवं पहल की सराहना भी की।

आज सोसाइटी में जो हरियाली है, वह इसका प्रतीक है। वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर, नेत्र जांच शिविर, एक्यूप्रेशर चिकित्सा, विभिन्न चिकित्सा जांच शिविर नियमित रूप से सोसाइटी में आयोजित किए जाते हैं। आधार कार्ड सुधार, नए आधार कार्ड के लिए कैंप लगाए जाते हैं, महिलाओं में स्तन कैंसर जैसी बीमारियों के लिए जागरूकता और स्क्रीनिंग कैंप लगाए जाते हैं, महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 31 दिसंबर को सोसाइटी के नव विकसित गार्डन में नए साल का स्वागत भारतीय संस्कृति के अनुरूप किया जाता है। हमारे देश के राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त, 26 जनवरी को बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाये जाते हैं। सोसाइटी को नई दुल्हन की तरह सजाया गया है।

पिछले तीन वर्षों में सोसाइटी ने जिम, स्विमिंग पूल, उद्यान बेहद आधुनिक तरीके से बनाया गया है। यह बंद रूप में अटका हुआ था और आज इसे नया रूप देकर विकसित किया गया है। सोसाइटी के स्वामित्ववाली लगभग एक एकड़ भूमि, जिसका उपयोग केवल कूड़े के ढेर के रूप में किया जाता था, उस स्थान पर गंगा प्राइड गार्डन एक अद्यतन उद्यान के रूप में बनाया गया है, योग के लिए एक मंच विकसित किया गया है, एक जॉगिंग ट्रैक बनाया गया है।

सोसाइटी में स्वयं के धन से कॉमन लाइट और पंप रूम के लिए 140 किलोवाट का सोलर सिस्टम भी लगाया गया है। वर्षा जल संचयन परियोजना (रेन वॉटर हार्वेस्टिंग) के तीन चरण पूरे हो चुके हैं। सोसाइटी के परिसर में गीले एवं सूखे कचरे को विघटित कर सोसाइटी परिसर में प्रतिदिन 500 किलोग्राम कूड़ा निस्तारण की परियोजना सोसाइटी में बहुत सफलतापूर्वक चल रही है।

पुणे नगर निगम के सहयोग से ई-कचरा संग्रहण, सभी घरेलू सामान और पुराने कपड़ों का संग्रह हर दो से तीन महीने में किया जाता है। सोसाइटी का इरादा सभी विषयों से परिपूर्ण एक पुस्तकालय और अध्ययन कक्ष बनाने का है। सोसाइटी के श्री छत्रपति शिवाजी महाराज सभागार में सभी महापुरुषों की जयंती, पुण्यतिथियां भी मनाई जाती हैं।

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