महाराष्ट्र में शरद पवार नाम की सुनामी : डॉ. अमोल कोल्हे
महाराष्ट्र में शरद पवार नाम की सुनामी : डॉ. अमोल कोल्हे
प्रशांत जगताप के प्रचार के लिए हड़पसर में बाइक रैली और जनसभा
हड़पसर नवंबर (हड़सपर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महाराष्ट्र की 80 विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में गद्दारी हुई, जिसमें हड़पसर विधानसभा चुनाव क्षेत्र भी शामिल था। यहां के वर्तमान विधायक धोखा देकर दूसरी ओर चले गये हैं हालाँकि, इस संघर्ष के दौरान प्रशांत जगताप ढाल बनकर पवार साहब के साथ रहे। गद्दारी का कलंक कितना भी गुलाबी रंग लगाया तो भी साफ़ नहीं होगा। ये चुनाव विचार का, महाराष्ट्र धर्म के जागरण का है। यह प्रतिपादन सांसद डॉ अमोल कोल्हे ने व्यक्त किया।
हड़पसर विधानसभा चुनाव क्षेत्र महाविकास आघाडी के आधिकारिक उम्मीदवार प्रशांत सुदाम जगताप के प्रचार के लिए हड़पसर में आयोजित जनसभा में डॉ. अमोल कोल्हे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व राज्यमंत्री बालासाहब शिवरकर, पूर्व विधायक मोहन जोशी, पूर्व महापौर अंकुश काकडे, पूर्व नगरसेवक योगेश ससाणे, विजय देशमुख, दिलीप आबा तुपे, समीर तुपे, प्रवीण तुपे, इमरान शेख, कुमार तुपे, स्वाति पोकले, पल्लवी प्रशांत सुरसे, सविता अनिल मोरे, प्रा. विद्या संतोष होड़े, शैलेंद्र बेल्हेकर, महेंद्र बनकर, संजय सपकाल, मतीन शेख, राहुल होले, नितिन आरू के साथ महाविकास आघाडी के सभी घटक दल के नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर निर्दलीय उम्मीदवार सुशील मते ने अपना समर्थन प्रशांत जगताप को दिया।
डॉ. अमोल कोल्हे ने कहा कि हड़पसर में व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं थोपकर जाति का जहर घोलने का काम किया जा रहा है। हमें इस योजना को विफल करना होगा। राज्य में घूमते हुए यह स्पष्ट है कि महाविकास आघाडी की सरकार आएगी। सरकार आने के छह माह बाद स्थानीय स्वशासन संस्थाओं के चुनाव होंगे। हड़पसर की एक स्वतंत्र महानगरपालिका बनेगी। इसके लिए, तुरही बजानेवाला आदमी चुनाव चिन्ह के सामने का बटन दबाकर प्रशांत जगताप को मत दीजिए। अगर आपका वोट गलत दूसरी तरफ गया तो शरद पवार के खिलाफ, फुले-शाहू-आंबेडकर की सोच के खिलाफ होगा।
उम्मीदवार प्रशांत जगताप ने कहा कि यह चुनाव गद्दारी बनाम निष्ठा की है। हड़पसर के विधायक भी मलीदा गैंग में शामिल हो गए। उन्होंने पार्टी से गद्दारी की। जो अपनी पार्टी, नेता का नहीं हो सकता, वह कभी समाज का नहीं हो सकता है, इसलिए हड़पसर का स्वाभिमानी मतदाता इस दाग को मिटाने के लिए तैयार है। क्या इस विधायक ने पिछले पांच सालों में कोई काम किया है? क्या पानी की समस्या, यातायात की समस्या हल हो गई? क्या महिलाएं सुरक्षित हैं? ऐसे कई प्रश्न अनुत्तरित हैं। इसका सभी विचार करके मुझे यकीन है कि ‘नहीं’ का बोलबाला करनेवाले चेतन तुपे को जनता इस बार घर बिठाएगी।
इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री बालासाहब शिवरकर, पूर्व नगरसेवक योगेश ससाणे, दिलीप आबा तुपे, प्रा. विद्या संतोष होड़े, शैलेंद्र बेल्हेकर, महेंद्र बनकर आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
सांसद डॉ अमोल कोल्हे ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य में शरद पवार नाम की सुनामी की लहर गूंज रही है, जो महायुति को पूरी तरह से तहस-नहस कर देगी। लोकसभा चुनाव बस झांकी थी विधानसभा अभी बाकी है। महाराष्ट्र की जनता भी दिल्ली के सामने झुकी नहीं है। लोकसभा चुनाव में शरद पवार की लहर थी तो अब विधानसभा चुनाव में सुनामी है।
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