छात्रों में शोध और नवोन्मेषी संस्कृति की जरूरत : कल्याण जाधव

छात्रों में शोध और नवोन्मेषी संस्कृति की जरूरत : कल्याण जाधव

छात्रों में शोध और नवोन्मेषी संस्कृति की जरूरत : कल्याण जाधव

छात्रों में शोध और नवोन्मेषी संस्कृति की जरूरत : कल्याण जाधव
ट्रिनिटी इंजीनियरिंग कॉलेज में शोध प्रतियोगिता में 400 शोधकर्ताओं द्वारा 100 परियोजनाओं की प्रस्तुति

कोंढवा, अक्टूबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
छात्रों में शोध और नवोन्मेषी संस्कृति की जरूरत है। छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसी शोध संस्कृति की आवश्यकता है। आविष्कार अनुसंधान प्रतियोगिता का आयोजन बेहद काबिले तारीफ एवं सराहनीय है। यह विचार केजेईआई संस्था के अध्यक्ष श्री कल्याण जाधव ने व्यक्त किए।

छात्रों को शोध करने के लिए प्रोत्साहित करने के मुख्य उद्देश्य से ट्रिनिटी इंजीनियरिंग कॉलेज, पुणे ने 25 सितंबर 2024 को सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे के सहयोग से एक आविष्कार अनुसंधान प्रतियोगिता का आयोजन किया था, उक्त प्रतियोगिता का उद्घाटन संस्था के अध्यक्ष श्री कल्याण जाधव के शुभ हाथों किया गया, तब वे बोल रहे थे।

यहां केजेईआई संस्था के कार्यकारी संचालक समीर कल्ला, शाखा प्रमुख डॉ. जयश्री सत्रे, डॉ. गीतिका नारंग, डॉ. विलास गायकवाड, प्रा. विजय शिंगाडे, प्रा. प्रतीक आकारते, डॉ. शुभांगी हंडोरे, प्रा. महिंद्र हंडोरे के साथ उद्योग विशेषज्ञ और छात्र उपस्थित थे।
विद्यार्थियों ने पोस्टर एवं मॉडल के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किये। इस प्रतियोगिता में 400 शोधकर्ताओं की कुल 100 परियोजनाओं ने भाग लिया। स्नातक (यूजी) और परास्नातक-स्नातकोत्तर (पीजी) छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
ट्रिनिटी इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अभिजीत ऑटी ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों को उद्यमिता में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

पोस्टरों और मॉडलों का मूल्यांकन करने के लिए महाविद्यालय ने उद्योग जगत की हस्तियां कस्टम सॉफ्टवेयर वरिष्ठ विश्लेषक अमृता कुलकर्णी, डेटा साइंस वरिष्ठ विश्लेषक, एक्सेंचर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड श्री आशीष रामदासी, वरिष्ठ सलाहकार, टीसीएस पुणे श्री भूषण बोत्रे को आमंत्रित किया गया था।
शोध प्रतियोगिता में महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने भाग लिया। आविष्कार 2024 में बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया।

प्रा. अश्विनी देशमुख, प्रा.मनीषा पाटिल, प्रा.सचिन तायडे, प्रा.प्रवीण कांबले, प्रा.प्रसाद भोसले, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलेकॅम्युनिकेशन साथ ही ट्रिनिटी इंजीनियरिंग कॉलेज के सभी स्टाफ द्वारा किए गए अथक प्रयासों से यह प्रतियोगिता सफल हुई।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन अनुसंधान और विकास की अधिष्ठाता डॉ. प्रतिभा चव्हाण ने किया। आभार प्रदर्शन डॉ.शुभांगी हंडोरे ने किया।

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