पर्यावरण सुरक्षा, शाश्वत विकास और हरित महाराष्ट्र के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के प्रयासों की विश्वस्तर पर दखल

पर्यावरण सुरक्षा, शाश्वत विकास और हरित महाराष्ट्र के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के प्रयासों की विश्वस्तर पर दखल

पर्यावरण सुरक्षा, शाश्वत विकास और हरित महाराष्ट्र के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के प्रयासों की विश्वस्तर पर दखल
वर्ल्ड एग्रीकल्चर फोरम के 20 देशों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में होगा सम्मान समारोह

मुंबई, सितंबर (महासंवाद)
पर्यावरण सुरक्षा, शाश्वत विकास और हरित महाराष्ट्र के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा किये गए कार्यों की दखल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ली गई है। मुख्यमंत्री श्री शिंदे द्वारा किये गए कार्यों के लिए वर्ल्ड एग्रीकल्चर फोरम की ओर से मुख्यमंत्री श्री शिंदे समेत उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार का सम्मान किया जाएगा। एनसीपीए में 20 देशों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में अंतरराष्ट्रीय बांस दिवस (बांबू दिवस) का औचित्य साधते हुए 18 सितंबर को यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया है।

पर्यावरण व शाश्वत विकास के लिए महाराष्ट्र देश में प्रथम
अब तापमान वृद्धि का युग है और अधिक गर्मी का युग शुरू होने से पहले तत्काल कृति की आवश्यकता संयुक्त राष्ट्र संगठन ने व्यक्त की है। उसे प्रतिसाद देनेवाला भारत प्रथम देश रहा है, वहीं महाराष्ट्र देश का पहला राज्य रहा है। इसके लिए राज्य में मुख्यमंत्री पर्यावरण एवं शाश्वत विकास कृति समिति की स्थापना की गयी है और उसके अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री श्री शिंदे हैं। क्रियान्वयन के लिए कार्यकारी अध्यक्ष पद पर पाशा पटेल की नियुक्ति कर संबंधित सचिव का कार्यकारी मंडल भी बनाया है। साथ ही मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने इसके लिए पहला कदम उठाया है। तापमान वृद्धि कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए हरित महाराष्ट्र की अवधारणा उन्होंने रखी। इसके अलावा औष्णिक विद्युत परियोजना में 5 फीसदी बायोमास का उपयोग के भी निर्देश संबंधित विभागों को दिए हैं। इसके लिए 11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर बांस लगाने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। इसके साथ बजट में उपमुख्यमंत्री तथा अर्थमंत्री श्री अजीत पवार ने 1 लाख 20 हजार एकड़ क्षेत्र में बांस लगाने का कार्यक्रम भी घोषित किया है।

मुख्यमंत्री श्री शिंदे के प्रयासों से एग्रीकल्चर टुडे संस्था ने मुख्यमंत्री श्री शिंदे का दिल्ली में हाल ही में सम्मान किया है। इस बात की दखल अब सीधे विश्व स्तर ली गई है। वर्ल्ड एग्रीकल्चर फोरम ने पहल लेकर विश्व स्तर पर मुख्यमंत्री के कामों की दखल ली है।

‘वर्ल्ड एग्रीकल्चर फोरम’ खाद्य सुरक्षा विषय पर वैश्विक मंच
‘वर्ल्ड एग्रीकल्चर फोरम’ यह खाद्य सुरक्षा को लेकर वैश्विक नेताओं को चर्चा करने के लिए अनोखा मंच है। विश्व कृषि मंच के अध्यक्ष डॉ. रुडी रॅबिंज हैं। कृषि क्षेत्र की प्रगति की दृष्टि से भविष्य की नीति और वैश्विक स्तर पर हो रहे कामों की दखल लेकर वैश्विक पुरस्कार के लिए विश्व के विविध देशों से नामांकनों पर विचार किया जाता है। वैश्विक परिणामकारक वनस्पति विज्ञान, कृषि विषयक विविध बिन्दुओं की जानकारी लेते हुए उत्पादन, व्यापार, प्रौद्योगिकी, व्यवसाय, नीति और आर्थिक परिस्थिति, पोषण, खाद्य प्रक्रिया, जल एवं पर्यावरण इन व्यापक बातों को शामिल किया जाता है। इसके लिए चयन भी योग्यता और पूर्णता के लिए नामांकन का पुनर्विलोकन कर, उसे चयन के लिए भेजा जाता है। चयन समिति के बाद नामांकन का पुनर्विलोकन किया जाता है और प्राप्तकर्ताओं की सिफारिश की जाती है।

बुधवार, 18 सितंबर 2024 को होनेवाले मुंबई के इस कार्यक्रम का आयोजन फिनिक्स फाउंडेशन (लोदगा, जिला लातूर) ने किया है और 18 सितंबर यह अंतरराष्ट्रीय बांस दिवस (बांबू दिवस) के दिन महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम एनसीपीए सभागृह में सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक विविध चर्चासत्र होंगे। इसमें विश्वभर के इस विषय के विशेषज्ञ उपस्थितों को मार्गदर्शन करेंगे। इसके अलावा उसी दिन शाम छह से नौ तक मुख्य सम्मान का कार्यक्रम भी होगा।

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