‘आरोग्याची वारी-पंढरीची दारी’ : वारी की भव्यता, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
पुणे, जून (जिमाका)
आषाढ़ी एकादशी पर विट्ठल के दर्शन के लिए राज्य में पालकी समारोह शुरू हो गया है और 13 जून को श्री संत गजानन महाराज मंदिर ‘श्री’ की पालकी शेगांव, बुलढाणा जिले से पंढरपुर की ओर प्रस्थान कर चुकी है। ‘आरोग्याची वारी-पंढरीची दारी’ पहल के माध्यम से, पूरे पालकी मार्ग पर अब तक (14 जून) कुल 1 हजार 743 वारकरियों को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और स्वास्थ्य मंत्री प्रो. डॉ. तानाजी सावंत के मार्गदर्शन में देहु-आलंदी से पंढरपुर तक और साथ ही महाराष्ट्र के सभी कोनों से पंढरपुर की ओर जानेवाले हजारों पालकी , दिंडी मार्ग पर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
महाराष्ट्र में विभिन्न पालकियों के मार्ग पर स्वास्थ्य संबंधी सेवाएँ-सुविधाएँ
-स्वास्थ्य विभाग द्वारा महाराष्ट्र के विभिन्न पालकी मार्गों पर कुल 6 हजार 368 अधिकारी-कर्मचारियों के माध्यम से बीमारों की निःशुल्क जांच एवं दवा उपलब्ध कराकर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
-258 अस्थायी ‘आपला दवाखान्या’ (अपना दवाखाना) के माध्यम से (हर पांच किलोमीटर पर 1 के अनुसार) निःशुल्क सेवा प्रदान की जा रही है।
-707 (102 और 108) एम्बूलेंस के द्वारा पालकी मार्ग पर 24×7 पद्धति से स्वास्थ्य सेवाएं देखभाल प्रदान करेंगी।
-पुणे परिमंडल पुणे और पुणे जिला परिषद स्तर की 4 स्वास्थ्य टीमें सुसज्जित एम्बूलेंस के साथ वापसी तक निरंतर पालकी के साथ रहेंगी।
-212 स्वास्थदूतों के द्वारा (बाइक एम्बूलेंस) पालकी मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
-5 हजार 885 दवा किट विभिन्न दिंडी प्रमुखों को निःशुल्क वितरित की जाएंगी।
-136 हिरकणी कक्षों की स्थापना, पालकी मार्ग पर स्वास्थ्य संस्थाओं की जगहों पर साथ ही पालकी तल पर किया गया है।
-महिला वारकरियों के लिए 136 स्त्री रोग विशेषज्ञ पालकी मार्ग पर अस्पताल में कार्यरत रहेगी।
-पालकी ठहरनेवाले प्रत्येक स्थानों पर 5 बिस्तरों की क्षमतावाली 87 गहन देखभाल इकाइयाँ स्थापित की गई हैं।
-पालकी मार्ग पर स्थित सभी होटलों और उनके अंतर्गत आनेवाले कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच और पानी के नमूनों की जांच की जा रही है और पालकी आवास की रसोई की भी जांच की जाएगी।
-पालकी मार्ग पर 156 टैंकरों द्वारा शुद्ध पानी की आपूर्ति की जाएगी और पालकी मार्ग और ठहरने के स्थानों पर धुआं छिड़काव, सभी जल स्रोतों का ओटी परीक्षण और स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से जैव अपशिष्ट निपटान किया जाएगा।
-पालकी मार्ग पर स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा की जाएगी।
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