दूसरे चरण के कल होने वाले मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी
13 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में 88 लोकसभा सीटें, 16 करोड़ मतदाता, 1.67 लाख मतदान केन्द्र
भारत निर्वाचन आयोग ने कल होने वाले लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की तैयारियां पूरी कर ली हैं। मौसम सामान्य रहने के पूर्वानुमान के साथ, मतदाता आराम से अपना वोट डाल सकते हैं। मतदाताओं की सुविधा के लिए सभी मतदान केन्द्रों पर सुविधाओं सहित गर्म मौसम की स्थिति से निपटने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है।
13 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के 88 निर्वाचन क्षेत्रों में कल मतदान होगा। याद रहे कि मध्य प्रदेश में 29-बैतूल संसदीय क्षेत्र में बहुजन समाज पार्टी के एक उम्मीदवार की मृत्यु के कारण मतदान तीसरे चरण में पुनर्निर्धारित किया गया है। शेष 5 चरणों का मतदान 1 जून तक चलेगा और वोटों की गिनती 4 जून को होगी। 19 अप्रैल को पहले चरण की 102 सीटों के लिए मतदान सुचारु और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।
निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं से मतदान केन्द्रों पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने और जिम्मेदारी व गर्व के साथ मतदान करने का आह्वान किया है।
चरण 2 से जुड़े तथ्य
- लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के लिए 13 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के 88 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (सामान्य- 73; एसटी- 6; एससी-9) के लिए 26 अप्रैल, 2024 को मतदान होगा। मतदान सुबह 7 बजे शुरू होकर शाम 6 बजे समाप्त होगा (मतदान बंद होने का समय निर्वाचन क्षेत्रों के अनुसार अलग हो सकता है)
- बिहार में बांका, मधेपुरा, खगड़िया और मुंगेर निर्वाचन क्षेत्रों के कई मतदान केन्द्रों पर गर्म मौसम की स्थिति में मतदाताओं की सुविधा के लिए मतदान का समय शाम 6 बजे तक बढ़ा दिया गया। अधिक जानकारी के लिए देखें:
- 16 लाख से अधिक मतदान अधिकारी 1.67 लाख मतदान केंद्रों पर 15.88 करोड़ से अधिक मतदाताओं का स्वागत करेंगे।
- मतदाताओं में 8.08 करोड़ पुरुष शामिल हैं; 7.8 करोड़ महिला और 5929 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।
- 34.8 लाख पहली बार मतदाता अपना वोट डालेंगे। इसके अतिरिक्त, 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.28 करोड़ युवा मतदाता हैं।
- 1202 उम्मीदवार (पुरुष- 1098; महिला – 102; ट्रांसजेंडर- 02) मैदान में हैं।
- दूसरे चरण के लिए 85+ वर्ष के 14.78 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता, 100 वर्ष से अधिक के 42,226 मतदाता और 14.7 लाख दिव्यांग मतदाता हैं, जिन्हें अपने घर से आराम से मतदान करने का विकल्प प्रदान किया गया है। वैकल्पिक होम वोटिंग सुविधा को पहले से ही जबरदस्त सराहना और प्रतिक्रिया मिल रही है।
• मतदान और सुरक्षा कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए 3 हेलीकॉप्टर, 4 विशेष ट्रेनें और लगभग 80,000 वाहन तैनात किए गए हैं।
• सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो-ऑब्जर्वर की तैनाती के साथ-साथ 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। 1 लाख से अधिक मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग की जा रही है।
- 251 पर्यवेक्षक (89 सामान्य पर्यवेक्षक, 53 पुलिस पर्यवेक्षक, 109 व्यय पर्यवेक्षक) मतदान से कुछ दिन पहले ही अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। वे अत्यधिक सतर्कता बरतने के लिए आयोग की आंख और कान के रूप में कार्य करते हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है।
- मतदाताओं को दिए जाने वाले किसी भी प्रकार के प्रलोभन से सख्ती से और तेजी से निपटने के लिए कुल 4553 उड़न दस्ते, 5731 स्थैतिक निगरानी दल, 1462 वीडियो निगरानी दल और 844 वीडियो निगरानी टीमें चौबीसों घंटे निगरानी रख रही हैं।
- कुल 1237 अंतरराज्यीय और 263 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां शराब, ड्रग्स, नकदी और मुफ्त उपहारों की किसी भी तरह की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गई है।
- मतदाताओं की अधिक भागीदारी के लिए मतदाता जागरूकता और सुविधा संबंधी उपायों को और अधिक सक्रिय किया गया है।
- पानी, शेड, शौचालय, रैंप, स्वयंसेवक, व्हीलचेयर और बिजली जैसी न्यूनतम सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं ताकि बुजुर्ग और दिव्यांग व्यक्तियों सहित प्रत्येक मतदाता आसानी से अपना वोट डाल सके। गर्म मौसम की स्थिति से निपटने के उपायों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
- स्थानीय थीम के साथ 88 संसदीय क्षेत्रों में लगभग 4195 मॉडल मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं। 4100 से अधिक मतदान केन्द्रों का प्रबंधन सुरक्षा कर्मचारियों सहित पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया जाएगा और 640 से अधिक मतदान केन्द्रों का प्रबंधन दिव्यांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) द्वारा किया जाएगा।
- बिहार और केरल को छोड़कर सभी राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के मतदान केन्द्रों पर प्रति मतदान केन्द्र पर औसतन 1000 से कम मतदाता हैं। बिहार में यह 1008 है और केरल में प्रति मतदान केन्द्र 1102 मतदाता है।
- सभी पंजीकृत मतदाताओं को मतदाता सूचना पर्चियां वितरित कर दी गई हैं। ये पर्चियां एक सुविधा उपाय के रूप में और आयोग की ओर से आकर मतदान करने के लिए आने का आमंत्रण देने के रूप में भी काम करती हैं।
- मतदाता इस लिंक https://electoralsearch.eci.gov.in/ के माध्यम से अपने मतदान केन्द्र का विवरण और मतदान की तारीख देख सकते हैं।
- आयोग ने मतदान केन्द्रों पर पहचान सत्यापन के लिए मतदाता पहचान पत्र (ईपीआईसी) के अलावा 12 वैकल्पिक दस्तावेज भी उपलब्ध कराए हैं। यदि मतदाता सूची में कोई मतदाता पंजीकृत है तो इनमें से कोई भी दस्तावेज दिखाकर मतदान किया जा सकता है। वैकल्पिक पहचान दस्तावेजों के लिए ईसीआई के आदेश का लिंक देखें:
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