राज्य में 5000 एसटी बसें डीजल की बजाय एलएनजी से चलेंगी; मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सामंजस्य करार

राज्य में 5000 एसटी बसें डीजल की बजाय एलएनजी से चलेंगी; मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सामंजस्य करार

मुंबई, फरवरी (महासंवाद)
महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम की पांच हजार डीजल बसों को तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) वैकल्पिक ईंधन वाहनों में परिवर्तित करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में किंग गैस कंपनी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

एलएनजी ईंधन के इस उपयोग से डीजल ईंधन वाहनों से होने वाले प्रदूषण को लगभग दस प्रतिशत तक कम करने में मदद मिलेगी। वहीं, इससे निगम को हर साल 234 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिलेगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों को किफायती और पर्यावरण अनुकूल सेवाएं मिलेंगी।

वर्षा आवास पर हुई बैठक में परिवहन विभाग के प्रधान सचिव पराग जैन, किंग गैस कंपनी के प्रबंध निदेशक मो. कुरेशी ने सामंजस्य करार पर हस्ताक्षर किये। उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. माधव कुसेकर, महाप्रबंधक (भंडारण एवं क्रय) वैभव वाकोड़े उपस्थित थे।

श्री जैन ने बताया कि कुल 5000 डीजल वाहनों का एलएनजी वाहनों में रूपांतरण तीन वर्षों में 6 चरणों में किया जाएगा। पूरी पांच हजार बसें बदलने के बाद निगम को हर साल करीब 234 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिलेगी। राज्य के 90 डिपो में एलएनजी ईंधन भरने की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।

महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के पास डीजल ईंधन पर चलने वाले लगभग 16 हजार यात्री वाहन हैं। निगम के कुल खर्च का करीब 34 फीसदी डीजल पर खर्च होता है। हरित परिवहन की अवधारणा को लागू करने के लिए उद्योग विभाग ने किंग्स गैस प्राइवेट लिमिटेड के साथ सामंजस्य करार किया है। इनमें परिवहन के लिए एलएनजी का उपयोग और आपूर्ति शामिल है। परिवर्तित वाहन का रखरखाव परिवर्तित कंपनी के माध्यम से किया जाएगा और रखरखाव का खर्च निगम द्वारा वहन किया जाएगा।

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