राज्य में पांच हजार रोजगार होंगे उपलब्ध : उद्योग मंत्री उदय सामंत
4 हजार करोड़ रुपये के सामंजस्य करार पर किये गये हस्ताक्षर
पुणे, फरवरी (जिमाका)
उद्यमियों ने महाराष्ट्र पर बहुत भरोसा दिखाया है और करीब 4 हजार करोड़ रुपये के सामंजस्य करार पर हस्ताक्षर किये गये हैं। उद्योग मंत्री उदय सामंत ने विश्वास जताया कि इससे करीब 5 हजार बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा।
वे वकाड के होटल टिपटॉप में आयोजित महाराष्ट्र राज्य निर्यात पुरस्कार वितरण और देश के 24 विशेषज्ञ संगठनों के साथ किए गए सामंजस्य करार के अवसर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ. हर्षदीप कांबले, एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विपीन शर्मा, उद्योगविकास आयुक्त दीपेंद्रसिंह कुशवाह, अपर उद्योग आयुक्त प्रकाश वायचल, अपर उद्योग संचालक संजय कोरबु, उद्योग सह संचालक शैलेश रजपूत आदि उपस्थित थे।
मंत्री श्री सामंत ने कहा कि पुणे में औद्योगिक क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। विभिन्न प्रकार के उद्योगों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा यहां मौजूद है और नए उद्योगों के लिए अच्छे अवसर हैं। राज्य और देश को पुणे की क्षमता के बारे में बताने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। अब से इस प्रकार का ‘उद्यमी मेला’ हर जिले में आयोजित किया जाएगा, इससे उस जिले में उद्योग के अनुकूल माहौल बनेगा, विभिन्न उद्यमी आकर्षित होंगे और वहां उद्योग बढ़ेगा।
अल्ट्रामेगा परियोजना के साथ-साथ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराना जरूरी है। व्यवसाय करते समय उद्यमियों के लिए निर्यात महत्वपूर्ण है और इसी को ध्यान में रखते हुए ‘निर्यात नीति 2023’ की घोषणा की गई है। इस नीति के माध्यम से उद्यमियों को अधिक सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नई सूचना प्रौद्योगिकी नीति के कारण राज्य में बड़ी संख्या में डेटा सेंटर बनाए जा रहे हैं और भविष्य में महाराष्ट्र राज्य दुनिया में डेटा सेंटर के हब के रूप में पहचाना जाएगा।
आने वाले समय में देश में पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नीति लाने के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पार्क बनाने पर भी विचार किया जाएगा। राज्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पार्क बनाते समय रक्षा, स्वास्थ्य, खेल, कृषि आदि क्षेत्रों पर विचार किया जाएगा। मंत्री श्री सामंत ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहन और हाइड्रोजन विकसित करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उद्यमियों में विश्वास पैदा हो, इसके लिए उद्यमियों से लगातार चर्चा की जा रही है। सरकार की ओर से उन्हें औद्योगिक सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं, इसलिए राज्य में विदेशी निवेश बढ़ रहा है और उद्योग बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है। उद्योग मंत्री ने यह भी कहा कि नक्सल प्रभावित गढ़चिरोली जिले में 1 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं और आने वाले वर्षों में गढ़चिरोली एक औद्योगिक शहर के रूप में जाना जाएगा।
उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह पुरस्कार बहुत महत्वपूर्ण है और राज्य के अन्य लोगों को पुरस्कार प्राप्तकर्ता का उदाहरण लेकर उद्योग स्थापित करना चाहिए और उस उद्योग के माध्यम से रोजगार पैदा करना चाहिए। महाराष्ट्र राज्य निर्यात पुरस्कार का दायरा बढ़ाने के लिए उद्यमियों की एक समिति बनाने का सुझाव दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि पुरस्कार का प्रस्ताव समिति को दिया जाए और प्रस्ताव के अनुसार समिति से प्राप्त सुझावों पर विचार कर भविष्य में पुरस्कार वितरित किया जाएगा।
श्री कांबले ने कहा कि उद्योग विभाग राज्य में विदेशी निवेश और उद्योग को बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। उद्योग शुरू करने के लिए आवश्यक लाइसेंस के लिए एक वेबसाइट ‘मैत्री’ लॉन्च की गई है और सभी आवश्यक लाइसेंस निर्धारित समय सीमा के भीतर जारी किए जा रहे हैं। राज्य में निर्यात नीति के अनुरूप कोई सुझाव हो तो उद्योग विभाग को सूचित करने का अनुरोध किया गया है।
श्री कुशवाह ने प्रास्ताविक किया। प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी नीति एवं निर्यात नीति क्रियान्वित की जा रही है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जिलेवार निर्यात समिति का गठन किया गया है और जिला निर्यात योजना तैयार की गई है। इसके माध्यम से प्रत्येक जिले के उत्पादों को निर्यात करने पर जोर दिया जा रहा है।
श्री शर्मा ने पीपीटी के माध्यम से उद्योग क्षेत्र में राज्य के प्रदर्शन की जानकारी दी।
श्री सामंत द्वारा ‘निर्यात नीति 2023’ पुस्तिका का प्रकाशन एवं निर्यातोन्मुखी उत्पादों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इसके बाद शोरूम जाकर प्रोडक्ट के बारे में जानकारी ली।
उद्योग मंत्री उदय सामंत का महाटेक-2024 प्रदर्शनी का दौरा
उद्योग मंत्री उदय सामंत ने शिवाजीनगर के कृषि महाविद्यालय के मैदान में आयोजित छोटे और मध्यम उद्यमियों की ‘महाटेक 2024’ प्रदर्शनी का दौरा किया और जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरकार छोटे और मझोले उद्यमियों के विकास के लिए प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर महाटेक के संचालक विनय मराठे, सुमुख मराठे, प्रकल्प संचालक संतोष नांदगांवकर, महाव्यवस्थापक सुधाकर थत्ते, पुणे प्रकल्प संचालक महेन्द्र घारे आदि उपस्थित थे।
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