सरकारी नौकरी में रहते हुए भी कारसेवक की अहम भूमिका निभानेवाले रा.स्व.संघ के स्वयंसेवक डॉ. शांताराम भिवटे

सरकारी नौकरी में रहते हुए भी कारसेवक की अहम भूमिका निभानेवाले रा.स्व.संघ के स्वयंसेवक डॉ. शांताराम भिवटे

पुणे, जनवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान रामचन्द्र का मंदिर बनाने के लिए तीन दशकों से अधिक समय से लड़ाई चल रही है। राम मंदिर निर्माण के लिए शुरू हुए आंदोलन में देश के कई राज्यों से बड़ी संख्या में राम भक्तों ने हिस्सा लिया। राम के भक्त के रूप में जो जो करना होगा वो करने का प्रयास किया। महाराष्ट्र में भी कुछ लोगों ने राम मंदिर के लिए कुछ मन्नतें मांगी थीं, उनमें से एक हैं बुलढाणा जिले के कारसेवक डॉ. शांताराम भिवटे।

डॉ. शांताराम भिवटे चिखली तालुका में सरकारी नौकरी कर रहे थे और उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया था। चिखली में रहते हुए राष्ट्रीय स्वयंसंघ के वरिष्ठ मार्गदर्शक केशवदास गुरुदासानी के साथ स्वयंसेवक का काम किया। पांडे महाराज, नगरसंचालक प्रेमराज भाला, गोविंदराव शेटे, भाजपा वरिष्ठ नेता प्रकाश बुवा जवंजाल के साथ सरकारी नौकरियाँ धारण करके राष्ट्रीय कार्यों में भाग लिया। राधा स्वामी सत्संग चिखली के सचिव बिना मीडिया के सामने आए अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अपनी आध्यात्मिक रुचि के कारण शुरुआती दिनों में उन्होंने कीर्तन भी किया, फिर राधा स्वामी सत्संग के माध्यम से वे आज तक कई सेवाएँ कर रहे हैं। आज वे शेगांव के राहता और राधा स्वामी सत्संग मानसगांव के सचिव हैं।

भिवटे दंपत्ति पूर्णकालिक सेवा में सक्रिय हैं। उनका आदर्श लेकर उनके बेटे डॉ. पंकज भिवटे भाजपा में राज्य कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में और बड़ा बेटा शेगांव केमिस्ट ड्रगिस्ट एसोसिएशन का अध्यक्ष है। उनकी दोनों लड़कियाँ उच्च शिक्षित हैं और दोनों की शादी हो चुकी हैं।

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