पुणे रेलवे स्टेशन पर यात्री सुरक्षा निधि एवं सीसीटीवी कार्यप्रणाली से संबंधित भ्रामक मीडिया रिपोर्टों के संदर्भ में

पुणे रेलवे स्टेशन पर यात्री सुरक्षा निधि एवं सीसीटीवी कार्यप्रणाली से संबंधित भ्रामक मीडिया रिपोर्टों के संदर्भ में
मुंबई, मई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
दिनांक 28 और 29, मई 2025 को विभिन्न प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रसारित कुछ समाचार रिपोर्टों के परिप्रेक्ष्य में, पुणे मंडल, मध्य रेल द्वारा सार्वजनिक डोमेन में प्रसारित कुछ भ्रामक दावों को स्पष्ट करने हेतु यह प्रेस विज्ञप्ति जारी की जा रही है।
कुछ रिपोर्टों में यह आरोप लगाया गया है कि रेलवे बोर्ड द्वारा वर्ष 2023 में पुणे मंडल को ₹100 करोड़ की यात्री सुरक्षा निधि प्रदान की गई थी, जिसका दुरुपयोग किया गया। स्पष्ट किया जाता है कि मीडिया रिपोर्टों में उल्लिखित ₹100 करोड़ की निधि विशेष रूप से पुणे मंडल के लिए नहीं, बल्कि मध्य रेल ज़ोन के लिए निर्भया योजना के तहत स्वीकृत की गई थी, और इसका क्रियान्वयन रेलटेल कॉर्पोरेशन द्वारा किया जा रहा है। हालांकि पुणे एवं मिरज स्टेशन इस निधि में शामिल नहीं हैं। इन दोनों स्टेशनों के लिए सीसीटीवी अपग्रेडेशन कार्य अलग से स्वीकृत किया गया है। वर्तमान में पुणे स्टेशन पर 75 सीसीटीवी कैमरे स्थापित हैं, जिन्हें इस कार्य के अंतर्गत 160 STQC (स्टैंडर्डाइजेशन टेस्टिंग एंड क्वालिटी सर्टिफिकेशन) उच्च-प्रौद्योगिकी कैमरों से बदला जाएगा।
कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि पुणे रेलवे स्टेशन पर स्थापित 59 सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। वर्तमान में 75 सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह से कार्यशील हैं, जिन्हें आरपीएफ नियंत्रण कक्ष द्वारा 24×7 सतत निगरानी में रखा गया है, ताकि यात्रियों और परिसरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसलिए यह कहा जाना कि अधिकांश कैमरे काम नहीं कर रहे, तथ्यों से परे है। 160 एसटीक्यूसी प्रमाणित सीसीटीवी कैमरों की स्थापना का कार्य शीघ्र ही पूर्ण होने की संभावना है।
पुणे मंडल मीडिया संस्थानों से अपील करता है कि वे ऐसी जानकारियों की पुष्टि मंडल के जनसंपर्क विभाग से करें, जो रेलवे की ओर से अधिकृत एवं सत्यापित जानकारी का एकमात्र स्त्रोत है। असत्यापित समाचारों का प्रसार न केवल जनमानस को भ्रमित करता है, बल्कि भारतीय रेल की प्रतिष्ठा एवं समाज में विश्वास को भी ठेस पहुँचाता है।
यह प्रेस विज्ञप्ति कुछ मीडिया माध्यमों द्वारा प्रकाशित झूठे आरोपों एवं भ्रामक रिपोर्टों के संदर्भ में जारी की जा रही है। पुणे मंडल दोहराता है कि वह पारदर्शिता, यात्री सुरक्षा और सार्वजनिक विश्वास की रक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है और मीडिया से जिम्मेदार रिपोर्टिंग की अपील करता है।
यह प्रेस विज्ञप्ति मंडल जनसंपर्क विभाग, पुणे मंडल, मध्य रेल द्वारा जारी की गई है।
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