स्तन और गर्भाशयमुख कैंसर की जांच के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता : सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर

स्तन और गर्भाशयमुख कैंसर की जांच के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता : सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर

स्तन और गर्भाशयमुख कैंसर की जांच के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता : सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर

स्तन और गर्भाशयमुख कैंसर की जांच के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता : सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर

मुंबई, जनवरी (डीजीआईपीआर)

राज्य में स्तन और गर्भाशयमुख कैंसर के मामलों में वृद्धि देखी गई है। इन दोनों प्रकार के कैंसर के निदान के लिए राज्य में एक व्यापक अभियान चलाने की आवश्यकता है, यह निर्देश सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री प्रकाश आबिटकर ने दिए।

मंत्री आबिटकर ने 2025-26 के आर्थिक वर्ष के लिए स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में यह बात कही। इस बैठक में सचिव वीरेंद्र सिंहस्वास्थ्य सेवा आयुक्त अमगोथू श्रीरंगा नायकनिदेशक डॉ. नितीन अंबाडेकरचिकित्सा सामग्री खरीद प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रकांत डांगेराज्य सेवा स्वास्थ्य सोसायटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अण्णासाहेब चव्हाणसहसंचालक श्रीमती कमलापुरे और अन्य शाखाओं के अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में प्रमुख निर्देश :

मंत्री आबिटकर ने स्वास्थ्य मंडल के स्थानों पर संदर्भ सेवा अस्पताल स्थापित करने के लिए अगले वर्ष के लिए वित्तीय प्रावधान की मांग करने का सुझाव दिया।

उन्होंने बताया कि नाशिक और अमरावती में संदर्भ सेवा अस्पताल शुरू हो गए हैंऔर अन्य जगहों पर अस्पतालों के लिए स्थान ढूंढ कर वित्तीय सहायता की मांग की जानी चाहिए।

वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्राप्त पूरी राशि का व्यय सुनिश्चित किया जाना चाहिएऔर इसके लिए निर्धारित समय सीमा तय की जानी चाहिए।

जागरूकता और कार्य योजनाएं :

क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। इसी प्रकार कुष्ठरोग रोगियों का पहचान अभियान भी प्रभावी ढंग से चलाया जाए।

जिले स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं और शिकायतों के लिए संपर्क प्रणाली स्थापित की जानी चाहिए। इसके लिए प्रशिक्षित कर्मियों की नियुक्ति की जाए और यह संपर्क प्रणाली मुंबई में केंद्रीय रूप से स्थित हो।

डिजिटल स्वास्थ्य प्रबंधन :

मंत्री आबिटकर ने महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के तहत अस्पतालों में उपलब्ध बेड्स की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

इन उपायों के माध्यम से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और स्तन और गर्भाशयमुख कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का समय रहते निदान और इलाज सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा।

Spread the love
Previous post

भारतीय संविधान के कारण भारत की वैश्विक स्तर पर शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में पहचान : सभापति प्रो. राम शिंदे

Next post

मीडिया को समाचारों को सनसनीखेज रूप देने से बचना चाहिए : उपमुख्यमंत्री अजित पवार

Post Comment