कमजोर वर्ग एवं वृद्धाश्रमों की सहायता करना ही है ईश्वर सेवा : डॉ. नलिनी चौधरी

कमजोर वर्ग एवं वृद्धाश्रमों की सहायता करना ही है ईश्वर सेवा : डॉ. नलिनी चौधरी

कमजोर वर्ग एवं वृद्धाश्रमों की सहायता करना ही है ईश्वर सेवा : डॉ. नलिनी चौधरी

कमजोर वर्ग एवं वृद्धाश्रमों की सहायता करना ही है ईश्वर सेवा : डॉ. नलिनी चौधरी
गंगातारा वृद्धाश्रम की दादी-नानी को दिए दिवाली उपहार

वडकीगांव, नवंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
जनसेवा के जुनून के साथ समाजसेवा की भावना खून में होनी चाहिए। समाज के कमजोर वर्गों को अपने निवाले में से निवाला देने के लिए कई लोगों द्वारा इसका संकल्प लिया जा रहा है। इसी कड़ी में वृद्धाश्रमों में भी मदद की जा रही है और यह सही मायने में बहुत सराहनीय है। कमजोर वर्ग एवं वृद्धाश्रमों की सहायता करना ही ईश्वर सेवा है। यह विचार पुणे महानगरपालिका स्कूल की सेवानिवृत्त मुख्याध्यापिका डॉ. नलिनी चौधरी ने व्यक्त किए।

वडकी (ता. हवेली) स्थित गंगातारा वृद्धाश्रम की दादी-नानी और बच्चों के लिए दिवाली अल्पोपहार और वृद्धाश्रमों के रखरखाव और मरम्मत के लिए वित्तीय सहायता की व्यवस्था की गई तब वे बोल रही थीं। इस अवसर पर यहां वृद्धाश्रम की संस्थापिका नीता भोसले, एडवोकेट लक्ष्मी माने, पुनीत चौधरी, सिद्धि चौधरी, प्राप्ति चौधरी, अक्षता चौधरी, प्रा. यू. वी.चौधरी आदि उपस्थित थे।

डॉ. चौधरी ने आगे कहा कि नौकरियों, व्यवसायों और बढ़ते शहरीकरण के कारण संयुक्त परिवार व्यवस्था दूर होती जा रही है। धन कमाने के साथ-साथ बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार करना भी समय की मांग है। जीवन में बाहरी से ज्यादा आंतरिक महत्व है। पीड़ित को जानकर उसे आधार देने के लिए सहायता का हाथ आगे बढ़ाना चाहिए।

इस दौरान वृद्धाश्रम की संस्थापिका नीता भोसले ने आश्रम में जारी गतिविधियों से उपस्थितियों को अवगत कराया।
प्रास्ताविक और आभार प्रदर्शन एडवोकेट लक्ष्मी माने ने किया।

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