हत्तीरोग मुक्त महाराष्ट्र के लिए औषधोपचार मुहिम में सहयोग करें : स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर
हत्तीरोग मुक्त महाराष्ट्र के लिए औषधोपचार मुहिम में सहयोग करें : स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर
मुंबई, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महाराष्ट्र में हत्तीरोग उन्मूलन के तहत सार्वत्रिक औषधोपचार मुहिम चलाई जा रही है, जो राज्य के 5 जिलों में 10 फरवरी से शुरू की गई है। इस अभियान के तहत पात्र लाभार्थियों से अपील की गई है कि वे स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाने वाली दवाओं का सेवन करें और स्वयं को तथा अपने परिवार को हत्तीरोग से बचाएं। यह अपील महाराष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री प्रकाश आबिटकर ने की है।
स्वास्थ्य भवन में स्वास्थ्य मंत्री आबिटकर की अध्यक्षता में हत्तीरोग उन्मूलन सार्वत्रिक औषधोपचार मुहिम की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में डॉ. नितिन अंबाडेकर (संचालक), डॉ. बबीता कमलापुरकर (सह-संचालक, स्वास्थ्य सेवा – मलेरिया, हत्तीरोग एवं जलजनित रोग), डॉ. प्रेमचंद कांबले (सहायक संचालक) समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री आबिटकर ने कहा, “हत्तीरोग उन्मूलन सार्वत्रिक औषधोपचार मुहिम से संबंधित मरीजों को लाभ उठाना चाहिए। घर, कार्यालय या स्कूल में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दी जाने वाली दवाओं का सेवन करें, ताकि हत्तीरोग पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान में सभी लोगों को सहयोग करना चाहिए और इस बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।”
5 जिलों में मुहिम का विस्तार
राज्य के पालघर, नांदेड, गढ़चिरौली, भंडारा और चंद्रपुर इन 5 जिलों के 34 तालुकों में यह मुहिम चलाई जा रही है। इन जिलों की कुल जनसंख्या 54,98,884 है, जिनमें से 51,58,170 पात्र लाभार्थियों को दवाएं वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस अभियान के तहत डीईसी, एल्बेंडाजोल और आयवरमेक्टिन की गोलियां मरीजों को दी जा रही हैं। केंद्र सरकार ने 2027 तक पूरे देश से हत्तीरोग को समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। महाराष्ट्र में पहले चरण में 18 जिलों में यह अभियान चलाया गया था, जिसमें से 13 जिलों को पहले ही हत्तीरोग मुक्त घोषित किया जा चुका है।
स्वास्थ्य मंत्री ने अपील की है कि लोग इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और हत्तीरोग मुक्त महाराष्ट्र बनाने में सहयोग करें।
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