मध्य रेल के ऑन ड्यूटी स्टाफ ने यात्रियों को खोया हुआ कीमती सामान उन्हें लौटाया
मध्य रेल के ऑन ड्यूटी स्टाफ ने यात्रियों को खोया हुआ कीमती सामान उन्हें लौटाया
यात्रियों ने त्वरित प्रतिक्रिया के लिए भारतीय रेलवे को धन्यवाद दिया और उसकी प्रशंसा की
मुंबई, नवंबर (हड़सपर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
यात्रा के दौरान ट्रेनों और स्टेशनों पर यात्रियों द्वारा अपना पर्स, बैग, लैपटॉप, महत्वपूर्ण दस्तावेज, क्रेडिट/डेबिट कार्ड जैसे कीमती सामान भूल जाने या गुम हो जाने की कई घटनाएं होती हैं।
अधिकांश मामलों में भारतीय रेलवे के कर्मचारी बचाव के लिए आगे आए हैं, भले ही शिकायत दर्ज की गई हो या नहीं और अधिकांश मामलों में प्रतिक्रिया बहुत ही त्वरित रही है। पिछले कुछ दिनों में हुई कुछ घटनाओं को नीचे साझा किया गया है।
हाल की घटनाएँ
1. श्री विशाल की माँ को रेनीगुंटा से मंत्रालयम रोड की यात्रा के दौरान लगभग एक घंटे बाद पता चला कि वह अपना पर्स ट्रेन में भूल गई हैं। रेलवे हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की गई। मध्य रेल, आरपीएफ बल ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। आरपीएफ सोलापुर ने अधिक जानकारी के लिए यात्री को फोन किया और इसे आरपीएफ वाडी को भेज दिया। कंडक्टर की मदद से ट्रेन की जांच की गई, पर्स बरामद किया गया और यात्री को विधिवत सूचित किया गया। यह सब शिकायत दर्ज होने के 20 मिनट के भीतर किया गया।
2. पॉइंट्समैन पूजा और आरपीएफ स्टाफ को 10,000 रुपये नकद के साथ एटीएम कार्ड, पासबुक, एफडी रसीदें, दस्तावेज आदि से भरा एक बैग मिला तथापि इसे सायन स्टेशन के स्टेशन मास्टर को सौंप दिया गया। कुछ पूछताछ की गई और बैंक ऑफ महाराष्ट्र की पासबुक की मदद से मालिक का पता लगाया गया। यह बैग श्री जॉन पीटर का था, जो एक वरिष्ठ नागरिक हैं
श्री विशाल और श्री पीटर दोनों ही भारतीय रेलवे के बहुत आभारी थे और उन सभी रेलवे कर्मचारियों की प्रशंसा कर रहे थे जिन्होंने उन्हें अपना कीमती सामान वापस दिलाने में मदद की।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान यात्रियों की सुरक्षा और सेवा में हमेशा सबसे आगे रहते हैं और न केवल रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा में चौबीसों घंटे चौकसी रखते हैं, बल्कि जीवन रक्षक, भागे हुए बच्चों को बचाने वाले, सामान वापस लाने वाले आदि की कई भूमिकाएँ भी निभाते हैं। रेलवे संपत्ति की सुरक्षा के मूल कर्तव्य के अलावा, ऑपरेशन “अमानत” के तहत आरपीएफ ने अपने कर्तव्य से परे जाकर ज़रूरतमंद यात्रियों की मदद की है और उनके खोए या पीछे छूटे सामान, मोबाइल फोन, लैपटॉप, आभूषण, नकदी आदि जैसी कीमती वस्तुओं को वापस दिलवाया है। चालू वर्ष के दौरान जनवरी से अक्टूबर-2024 तक ऑपरेशन ‘अमानत’ के तहत आरपीएफ ने 1306 यात्रियों का लगभग 4.60 करोड़ रुपये मूल्य का सामान बरामद किया है। इन सामान बरामदगी मामलों में बैग, मोबाइल फोन, पर्स, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान शामिल हैं।
बरामद किए गए यात्रियों के सामान के मूल्य का मंडलवार विवरण इस प्रकार है :
मुंबई मंडल 580 यात्रियों का 2.28 करोड़ रुपये का सामान
भुसावल मंडल 230 यात्रियों का 1.00 करोड़ रुपये का सामान
नागपुर मंडल 291 यात्रियों का 59.38 लाख रुपये का सामान
सोलापुर मंडल 92 यात्रियों का 36.75 लाख रुपये का सामान
पुणे मंडल 113 यात्रियों का 35.22 लाख रुपये का सामान
रेलवे सुरक्षा बल के इन जवानों को यात्रियों और रेलवे संपत्तियों के खिलाफ अपराध, चरमपंथी हिंसा, ट्रेन की आवाजाही में बाधा आदि जैसी विविध सुरक्षा चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। रेलवे सुरक्षा बल के इन बहादुर जवानों के काम को संक्षेप में सुरक्षा, सतर्कता और सेवा के रूप में कहा जा सकता है और उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन सदा पूरी निष्ठा, सतर्कता और साहस के साथ किया है।
यह प्रेस विज्ञप्ति जनसंपर्क विभाग, मुख्यालय, मध्य रेल, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, मुंबई द्वारा जारी की गई है।
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