जल शक्ति मंत्री ने भू-जल निकासी की अनुमति के लिए “भू-नीर” पोर्टल की शुरुआत की
जल शक्ति मंत्री ने भू-जल निकासी की अनुमति के लिए “भू-नीर” पोर्टल की शुरुआत की
“भू-नीर” सुविधाओं में पैन आधारित एकल आईडी प्रणाली और क्यूआर कोड के साथ एनओसी शामिल हैं
भारत जल सप्ताह 2024 का औपचारिक समापन
माननीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल ने 19 सितंबर, 2024 को भारत जल सप्ताह 2024 के समापन समारोह के दौरान नव विकसित “भू-नीर” पोर्टल का डिजिटल रूप से शुभारंभ किया। “भू-नीर” एक उन्नत पोर्टल है जिसे जल शक्ति मंत्रालय के तहत केंद्रीय भूजल प्राधिकरण (सीजीडब्ल्यूए) ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के सहयोग से देश भर में भू-जल के बेहतर विनियमन के लिए विकसित किया है। यह पोर्टल भूजल संसाधनों के प्रबंधन और विनियमन के लिए एकल मंच के रूप में काम करेगा, जिसका उद्देश्य भू-जल उपयोग में पारदर्शिता, दक्षता और स्थिरता सुनिश्चित करना है।
“भू-नीर” पोर्टल भू-जल निकासी को नियंत्रित करने वाले कानूनी ढांचे, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विनियमनों के बारे में व्यापक विवरण प्रदान करने के लिए बनाया गया है। इसका केंद्रीकृत डेटाबेस भू-जल अनुपालन, नीतियों और टिकाऊ विधियों पर महत्वपूर्ण जानकारी को उपयोगकर्ताओं के लिए सुगम बनाएगा।
पोर्टल को कई उपयोगकर्ता-अनुकूल सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है, ताकि भू-जल निकासी की अनुमति के इच्छुक परियोजना समर्थकों को सुव्यवस्थित प्रक्रिया प्रवाह प्रदान किया जा सके। सरलीकृत लेकिन जानकारीपूर्ण इंटरफेस और पैन आधारित एकल आईडी सिस्टम, क्यूआर कोड के साथ एनओसी आदि जैसी सुविधाओं के साथ, “भू-नीर” पोर्टल अनुमति से संबंधित पुरानी प्रणाली (एनओसीएपी) में एक महत्वपूर्ण सुधार है।
“भू-नीर” पोर्टल, भूजल विनियमन को निर्बाध बनाकर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के व्यापार करने में आसानी के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने की दिशा में एक और कदम है।
यह पोर्टल अब सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध है और सभी परियोजना प्रस्तावक भूजल निकासी से संबंधित प्रश्नों, स्पष्टीकरणों, आवेदन की स्थिति जानने, वैधानिक शुल्कों के भुगतान के लिए इस पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं।
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