भारत का पहला वैश्विक भैरव अष्टमी महोत्सव : 84,000 वर्ग फीट की रंगोली : 2024 प्रकार की मिठाइयों का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

भारत का पहला वैश्विक भैरव अष्टमी महोत्सव : 84,000 वर्ग फीट की रंगोली : 2024 प्रकार की मिठाइयों का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

भारत का पहला वैश्विक भैरव अष्टमी महोत्सव : 84,000 वर्ग फीट की रंगोली : 2024 प्रकार की मिठाइयों का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

भारत का पहला वैश्विक भैरव अष्टमी महोत्सव : 84,000 वर्ग फीट की रंगोली : 2024 प्रकार की मिठाइयों का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

पुणे, नवंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की दिशा में अखिल भारतीय बटुक भैरव भक्त मंडल, राष्ट्र संत डॉ. वसंत विजय जी महाराज, जो कि पार्श्व पद्मावती शक्ति पीठ धाम, कृष्णगिरि, तमिलनाडु के पीठाधीश्वर हैं, के नेतृत्व में 15 नवंबर से 23 नवंबर तक नौ दिवसीय भव्य भैरव अष्टमी महोत्सव का आयोजन कर रहा है।

यह आयोजन मध्य प्रदेश के नीमच स्थित दशहरा मैदान में होगा और भक्ति तथा सांस्कृतिक धरोहर का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा। 27 राज्यों और 12 देशों से आने वाले भक्तों की उपस्थिति में इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण 84,000 वर्ग फीट की रंगोली होगी, जो लगभग 2 एकड़ में फैली होगी। यह रंगोली प्रमुख आध्यात्मिक गुरुओं और राष्ट्रीय नायकों के चित्रों से सजी होगी, जो भारत की सामाजिक समरसता, एकता और आतंकवाद के खिलाफ अडिग संकल्प का प्रतीक होगी। यह आयोजन भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगा और 50 से अधिक प्रतिष्ठित विश्व रिकॉर्ड संस्थानों में दर्ज होने का प्रयास करेगा।

इस महत्वाकांक्षी पहल का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को उजागर करना और देश की वैश्विक पहचान को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाना है। डॉ. वसंत विजय महाराज के अनुसार, भैरव अष्टमी पर आयोजित कष्ट हरण महायज्ञ और कथा साधना का विशेष महत्व है। इसका उद्देश्य देश को संभावित आर्थिक संकट और महामारी से बचाना है। यह यज्ञ न केवल देश की सुख-समृद्धि और शांति के लिए किया जाएगा, बल्कि भक्तों के लिए भक्ति और आस्था का प्रकाश भी प्रसारित करेगा।

इस कार्यक्रम की एक और विशेषता रहेगी, भैरव देव को अर्पित की जाने वाली 2024 प्रकार की दिव्य मिठाइयाँ। पूरे कार्यक्रम के दौरान अष्ट कुंडीय महायज्ञ, कथा और भक्तों के लिए भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। यज्ञ में 46 विद्वान पंडित हिस्सा लेंगे, जिनमें मुख्य कुंड में 11 पंडित और शेष सात कुंडों में 5-5 पंडित 9 दिन तक निरंतर यज्ञ करेंगे। भक्तजन नि:शुल्क पंजीकरण कर इस आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं।

इस महोत्सव में मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, सांसद सी. पी. जोशी और सुधीर गुप्ता, राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर और विभिन्न राज्यों के विधायक व अधिकारियों की भागीदारी भी रहेगी। देश-विदेश से 50 से अधिक विविध संस्थाएं 2024 प्रकार की मिठाइयों के अर्पण और रंगोली के विश्व रिकॉर्ड में भाग लेंगी। डॉ. वसंत विजय महाराज के पावन सान्निध्य और उनके मुखारविंद से कथा के साथ इस अद्वितीय आयोजन का समापन होगा। यह महोत्सव भक्ति और आराधना का अप्रतिम उदाहरण बनेगा।
यह ऐतिहासिक आयोजन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, एकता और अखंडता को दर्शाएगा और दुनिया भर से भक्तों को इस अद्वितीय भक्ति और उत्सव के अनुभव का हिस्सा बनने के लिए आकर्षित करेगा। कार्यक्रम के दौरान सभी भक्तों के लिए भोजन और अन्य सेवाओं की नि:शुल्क व्यवस्था की जाएगी।

मध्य प्रदेश के नीमच में ऐतिहासिक आयोजन
भारत के विश्वगुरु बनने के सपने को साकार करने के लिए 2024 प्रकार की मिठाइयों का भव्य अर्पण और भारत के नक्शे की 84,000 वर्ग फीट की रंगोली के साथ पहला वैश्विक भैरव अष्टमी महोत्सव, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की दिशा में एक प्रयास।

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