देश का भविष्य हैं बच्चे : डॉ. शरद कांदे
देश का भविष्य हैं बच्चे : डॉ. शरद कांदे
के.जे. शिक्षण संस्था के ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में बालदिवस मनाया गया
कोंढवा, नवंबर (हड़सपर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
ना कोई रोने की वजह थी ना कोई हंसने का बहाना था, क्यों बड़े हो गए हम इससे अच्छा तो हमारा बचपन था इन चार पंक्तियों से ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए कहा कि आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे, बच्चे देश का भविष्य हैं, इसलिए उनकी शिक्षा एवं कल्याण पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उचित मार्गदर्शन मिलने पर ही बच्चे भविष्य में आदर्श नागरिक बन सकते हैं।
14 नवंबर को पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन बालदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर महाविद्यालय की तृतीय वर्ष कंप्यूटर विभाग ने उनकी कक्षा शिक्षिका प्रा. अंकिता सूर्यवंशी और प्रा.अमोल गायकवाड के सहयोग से बालदिवस मनाया, तब प्राचार्य डॉ. शरद कांदे बोल रहे थे। बाल दिवस के अवसर पर तृतीय वर्ष की छात्रा पायल जाधव ने चाचा नेहरू के जीवन की समीक्षा की तथा कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष प्रो. शीतल इंगोले ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए निबंध लेखन एवं कविता लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कविता लेखन प्रतियोगिता में अक्षदा जगताप ने प्रथम स्थान और निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रांजलि सोनवणे ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। साथ ही कंप्यूटर विभाग के द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों ने ईशा महाजन के नेतृत्व में लघुनाटिका प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इस कार्यक्रम में सानिका शेलार, रुमाना शेख, प्रतीक्षा फडतरे ने चाचा नेहरू के कार्यों की समीक्षा करती चित्र प्रदर्शनी लगाई। इसके अलावा पृथा मरकड की रंगोली और श्रेया सूर्यवंशी की पंडित नेहरू की तस्वीर कार्यक्रम का आकर्षण बनी।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। कॉलेज के संस्थापक श्री कल्याणराव जाधव व संकुल संचालक श्री समीर कल्ला ने भी अपने मार्गदर्शन पर विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन मिसबा आत्तार व अक्षदा जगताप ने और आभार प्रदर्शन प्रफुल्ल पाचपुते ने किया।
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