मंकीपॉक्स से डरो मत; सतर्क रहो

मंकीपॉक्स से डरो मत; सतर्क रहो

दुनिया के कुछ हिस्सों में मंकीपॉक्स के प्रकोप के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। मंकीपॉक्स के संक्रमण की रफ्तार और बीमारी की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने भी दिशानिर्देश जारी कर इसे लागू करने का आदेश दिया है।

मंकीपॉक्स महामारी के मद्देनजर सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स सर्वेक्षण, रोकथाम और नियंत्रण उपायों के संचालन पर दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें सभी हवाई अड्डों, बंदरगाहों और स्वास्थ्य टीमों को सतर्क करना, परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित करना, स्क्रीनिंग के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं, मंकीपॉक्स का रोगी पाए जाने पर तत्काल निवारक रोकथाम के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।

मंकीपॉक्स बीमारी क्या है?
मंकीपॉक्स रोग ऑर्थोपॉक्स नामक डीएनए वायरस के कारण होता है। यह वायरस चूहों और कृंतकों की कुछ प्रजातियों में पाया जाता है और ये जानवर वायरस के प्राकृतिक स्रोत हैं। शरीर पर दाने निकलने के 1 से 2 दिन पहले से लेकर जब तक त्वचा के छाले पपड़ीदार या पूरी तरह साफ न हो जाएं, संक्रमित रोगी अन्य व्यक्तियों के लिए संक्रामक होता है। मंकीपॉक्स मुख्य रूप से सीधे शारीरिक संपर्क, शारीरिक तरल पदार्थ, यौन संपर्क या घावों, संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किए गए कपड़ों और श्वसन पथ से बड़ी बूंदों से फैलता है यदि संपर्क लंबे समय तक रहता है। इसी तरह, मंकीपॉक्स भी जानवरों से इंसानों में फैल सकता है। यह रोग किसी संक्रमित जानवर के काटने या उसका कच्चा मांस खाने से भी हो सकता है।

संदिग्ध मरीज के लक्षण
मंकीपॉक्स मरीज जिसने पिछले 3 सप्ताह में मंकीपॉक्स प्रभावित देश की यात्रा करके राज्य में आनेवाले व्यक्तियों के शरीर पर अचानक दाने, सूजी हुई लसीका ग्रंथियां, बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, अत्यधिक थकान, गले में खराश और खांसी हो सकती है।

बीमारी से बचने के लिए बरती जानेवाली सावधानियां
मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज को समय रहते अलग कर देना चाहिए। मरीज के कपड़ों या बिस्तर के संपर्क से बचें। हाथ साफ रखें। स्वास्थ्य सुविधाओं में मंकीपॉक्स के मरीजों का इलाज करते समय पीपीई किट का उपयोग किया जाना चाहिए। नागरिकों को अफवाहों पर विश्वास न करके सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए।

रोकथाम के उपाय
मंकीपॉक्स बीमारी को लेकर प्रशासन की ओर से हर तरह की सावधानी बरती जा रही है। जन स्वास्थ्य विभाग ने अपने कार्य क्षेत्र में मंकीपॉक्स रोग के सर्वेक्षण, रोकथाम एवं नियंत्रण के अनुरूप रोकथाम के उपाय करने के निर्देश दिये हैं। इसके अनुसार स्वास्थ्य सेवा आयुक्त रंगा नायक ने विभाग प्रमुखों के साथ बैठक की है और सभी क्षेत्रीय उप स्वास्थ्य निदेशकों, स्वास्थ्य अधिकारियों, नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारियों, जिला स्वास्थ्य अधिकारियों, जिला शल्य चिकित्सक को निर्देश दिए हैं। नागरिक भी सतर्क रहें तो इस बीमारी के संक्रमण से दूर रह सकते हैं।

रंगा नायक, आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं एवं प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन
नागरिकों को संक्रामक रोग मंकीपॉक्स के प्रति सतर्क रहना चाहिए। जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करें। साथ ही अगर किसी मरीज को इस बीमारी का संदेह हो या कोई लक्षण दिखे तो तुरंत सरकारी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

संकलन : जिला सूचना कार्यालय, पुणे

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