मच्छरों के प्रजनन को रोकें, सर्दी-बुखार को खत्म करें
प्रत्येक वर्ष जून माह को ‘शीतकालीन ज्वर निवारण माह’ के रूप में मनाया जाता है। कीट-जनित बीमारियों के कारण हर साल कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं। हिवताप (मलेरिया का एक घातक प्रकार) सर्दी-बुखार, डेंगू, चिकनगुनिया, एलिफेंटियासिस जैसी बीमारियाँ मच्छरों के काटने से होती हैं। ऐसी जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने क्षेत्र, घर में मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
कीट-जनित बीमारियाँ फैलाने वाले मच्छर रुके हुए पानी में पनपते हैं। मच्छर रुके हुए पानी में अंडे देते हैं। 8 से 10 दिन में नया मच्छर पैदा हो जाता है। यदि यह मच्छर किसी बीमार व्यक्ति (रोगी) को काटता है, तो रोगी के शरीर से कीटाणु मच्छर के शरीर में स्थानांतरित हो जाते हैं। ये वहां पनपते हैं और फिर ये संक्रमित मच्छर स्वस्थ लोगों को काटते हैं और उन्हें डेंगू, चिकनगुनिया और एलिफेंटियासिस जैसी बीमारियां हो जाती हैं।
शीत ज्वर के लक्षण : ठंड के साथ बुखार आना, सर्दी-बुखार का लक्षण है। बुखार लगातार बना रह सकता है या एक दिन तक आता-जाता रह सकता है। बाद में पसीने के कारण शरीर ठंडा हो जाता है। बुखार के बाद सिरदर्द होता है और बार-बार उल्टी आती है।
मच्छर और उनकी उत्पत्ति के स्थान : एनोफ़िलीज़ मच्छर सर्दी-बुखार फैलाता है। यह वहां के स्वच्छ जलस्रोतों, नदियों, झरनों, कुओं और तालाबों से निकलता है। एडीज एजिप्टी मच्छर डेंगू व चिकनगुनिया रोग फैलाता है। इसका उद्गम स्वच्छ जल भंडारों जैसे घरेलू पानी की टंकियों, बैरलों, स्लुइस, हौज, कुंड, अप्रयुक्त संग्रहित पानी, घरेलू कूलर, रेफ्रिजरेटर की गहरी ट्रे, मनी प्लांट में पानी आदि में होता है। क्यूलेक्स मच्छर एलिफेंटियासिस फैलाता है। यह अस्वच्छ जल निकायों जैसे शौचालय सेप्टिक टैंक, बंद नालियों और पानी के पोखरों से उत्पन्न होता है।
इस तरह बरतें सावधानियां : बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार जरूरी जांच करानी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में इसके लिए निःशुल्क दवाएँ उपलब्ध हैं।
सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। पूरे शरीर को ढकनेवाले कपड़े पहनें। मच्छरों से बचाव के लिए घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगानी चाहिए। क्रीम, मैट, कॉइल का प्रयोग करना चाहिए।
मच्छरों के प्रजनन को रोकने के उपाय : घर के शौचालय के सेप्टिक टैंक के वेंट पाइप (गैस पाइप) में जाली लगाने या कपड़ा बांधने से मच्छरों की उत्पत्ति को रोका जा सकता है। घर और आसपास स्वच्छता बनाए रखें। सेप्टिक टैंक का ढक्कन बंद होना चाहिए। छत पर पानी की टंकियों को कसकर ढका जाना चाहिए। घरेलू पानी की टंकियों, मटका, बैरलों, कुण्ड को सप्ताह में कम से कम एक बार रगड़ कर साफ करना चाहिए और उन्हें हमेशा तंग ढक्कन और कपड़े से ढंकना चाहिए। घर में, छत पर, घर के क्षेत्र में भंगार सामान, टूटे-फूटे बक्से, सामान, बेकार टायरों का निपटान करना चाहिए। इस जगह पर जमा होनेवाले बारिश के पानी से मच्छर पैदा होते हैं। घर के कूलर, मनी प्लॉट, चाइनीज प्लॉट में पानी सप्ताह में कम से कम एक बार बदलना, साफ करना और दोबारा भरना चाहिए। फ्रिज की ट्रे में मौजूद पानी को समय-समय पर हटाते रहना चाहिए। घर के क्षेत्र में छत पर, आंगन में कहीं भी पानी जमा न हो इसका ध्यान रखना चाहिए।
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