‘मिशन लाइफ’ नामक एक विशेष पैकेज प्रस्तुत करेगा मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 18वां संस्करण
टिकाऊ जीवन शैली को प्रोत्साहन देने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति नागरिक जिम्मेदारी की भावनोत्पत्ति के प्रयास में, मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एमआईएफएफ) का 18वां संस्करण “मिशन लाइफ” नामक एक विशेष पैकेज प्रस्तुत करेगा। सीएमएस वातावरण द्वारा प्रस्तुत इस संग्रह में पांच विचारपूर्वक चुनी गई फ़िल्में शामिल हैं, जो मानवता और पृथ्वी के बीच जटिल व सहजीवी संबंधों को प्रस्तुत करती हैं। ये फ़िल्में ब्रह्मांड के साथ हमारे गहरे संबंध की मार्मिक याद दिलाती हैं और सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर ज़ोर देती हैं।
पहली फिल्म सेविंग द डार्क जब हम सितारों को देखने से वंचित हो जाते हैं तो हम क्या खो देते हैं? अत्यधिक और अनुचित प्रकाश व्यवस्था हमारे रात के आसमान को छीन लेता है वहीं लक्ष्मण–रेखा एक आत्मीय सिनेमाई प्रस्तुति है कि कैसे स्कूल की पढ़ाई छोड़ देने वाले लक्ष्मण सिंह ने एक सूखाग्रस्त गांव को एक स्वैच्छिक समूह के रूप में परिवर्तित कर दिया, जिसने भारत में मुख्य रेगिस्तान के 58 गांवों की किस्मत बदल दी।
द क्लाइमेट चैलेंज फिल्म आपको आर्कटिक, हिमालय और दक्षिणी महासागर की यात्रा पर ले जाती है, ताकि आप कुछ जानलेवा स्थितियों को देख सकें हैं और उनके आशय को समझ सकें। फिल्म में बाजरा उगाने की पारंपरिक पद्धति के साथ मिलकर बाजरे की देशी किस्में, विविध व्यंजनों का सजीव चित्रण किया गया है। पांचवी फिल्म पेंग यू साई एक खोजी वृत्तचित्र है, जो भारत के महासागरों से जलीय प्रजाति मंटा रे के अवैध व्यापार पर प्रकाश डालता है।
इस वृत्तचित्र के माध्यम से, वन्यजीव प्रस्तुतकर्ता मलाइका वाज़ हिंद महासागर में मछली पकड़ने वाले जहाजों से लेकर भारत-म्यांमार सीमा तक और अंत में चीन में हांगकांग और ग्वांगझोउ के वन्यजीव तस्करी केंद्रों में गुप्त रूप से अवैध व्यापार पाइपलाइन को दर्शाती हैं।
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