सुरक्षित और हरित पालकी समारोह के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाएं : जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे

सुरक्षित और हरित पालकी समारोह के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाएं : जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे

सुरक्षित और हरित पालकी समारोह के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाएं : जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे

पुणे, मई (जिमाका)
आषाढ़ी वारी पालकी उत्सव के लिए पानी, स्वच्छता, परिवहन प्रणाली, सड़कें, सड़क सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं आदि सभी सुविधाएँ समुचित ढंग से उपलब्ध कराकर सुरक्षित और हरित पालकी समारोह के लिए सभी प्रणालियों को अभी से सावधानीपूर्वक योजना बनानी चाहिए। यह निर्देश जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे ने दिए।
जगद्गुरु श्री संत तुकाराम महाराज संस्था एवं संत श्रेष्ठ श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज संस्था द्वारा पालखी समारोह के संबंध में तैयारी समीक्षा बैठक डॉ. दिवसे की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष पाटिल, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रकांत वाघमारे, निवासी उप जिलाधिकारी ज्योति कदम आदि उपस्थित थे।

इस साल समय पर बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है, यह बताते हुए डॉ. दिवसे ने कहा कि बारिश की स्थिति को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सुविधाएं जुटाई जाएं। स्वच्छता और स्वास्थ्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, इसलिए मानसून को ध्यान में रखते हुए अस्थायी शौचालयों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। सफाई योजना हेतु स्वतंत्र नियंत्रण अधिकारी नियुक्त किए जाएं।

IMG-20240516-WA0220-300x208 सुरक्षित और हरित पालकी समारोह के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाएं : जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे
पालखी समारोह दुनिया का सबसे अनुशासित समारोह है। आपको इस भावना के साथ उत्सव में योगदान देना चाहिए कि आप ऐसे उत्सव में भागीदार हैं। पालकी में टैंकर से जलापूर्ति के सभी स्रोतों की जांच की जाए।

उन्होंने निर्देश दिए कि आवश्यक कीटाणुशोधन दवाइयाँ, क्लीनिकों में दवाइयां उपलब्ध होनी चाहिए। जलापूर्ति टैंकरों और शौचालयों की संख्या बढ़ाने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद ली जानी चाहिए। पालखी रोड पर किसी भी तरह का अतिक्रमण हो तो उसे तुरंत हटाया जाए। आपातकालीन व्यवस्था हेतु महानगरपालिका के लाइटिंग टावर का उपयोग पालकी यात्रा के दौरान किया जाए।

स्वास्थ्य एवं स्वच्छता से संबंधित कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर आदर्श प्रक्रियाएं बनाई जानी चाहिए।
वारकरियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेष व्यवस्था की जानी चाहिए। शहर में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे स्वयंसेवी संगठनों की मदद ली जाए और शहर के विशेषज्ञ डॉक्टरों की बैठक कर उनसे सहयोग करने की अपील की जाए।

इस अवसर पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जिला परिषद की ओर से की गयी योजना की जानकारी दी गयी। स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, अस्थायी शौचालय, स्वास्थ्य जांच, पालकी के तल को सपाट करना, ईंधन और बिजली की आपूर्ति, अस्थायी आश्रय केंद्र, स्वास्थ्य किट आदि के बारे में इस अवसर पर जानकारी दी गई।
संत ज्ञानेश्वर महाराज पालखी समारोह के लिए 1 हजार 500 शौचालय, संत तुकाराम महाराज पालखी समारोह के लिए 1 हजार और संत सोपान महाराज पालखी समारोह के लिए 200 शौचालयों की व्यवस्था की जाएगी। 140 एम्बूलेंस और 57 एम्बूलेंस दस्ते, 112 चिकित्सा अधिकारी, 336 स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किये जायेंगे। पेयजल के लिए 200 टैंकरों की व्यवस्था की जाएगी।

बैठक में जिलाधिकारी डॉ. दिवसे ने महानगरपालिका, संबंधित उपविभागीय अधिकारी, मुख्याधिकारी, गुटविकास अधिकारी के साथ भारतीय राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण, सार्वजनिक बांधकाम विभाग, अन्न व औषध प्रशासन, महावितरण आदि विभाग की ओर से पूर्व तैयारी की समीक्षा की गई।

बैठक में श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज देवस्थान, श्री संत तुकाराम महाराज देवस्थान, श्री संत सोपानदेव महाराज देवस्थान, श्री संत चांगावटेश्वर महाराज देवस्थान, श्री निलोबाराय देवस्थान पदाधिकारी, संबंधित तालुका के तहसीलदार, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, अग्निशमन विभाग, पशुपालन विभाग, परिवहन विभाग, राज्य मार्ग परिवहन महामंडल आदि विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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